Paush purnima 2021: पौष पूर्णिमा की तिथि, चंद्रोदय का समय, पूजन विधि और महत्व, जानिए...

Paush purnima 2021: हिन्दू धर्म में पौष पूर्णिमा व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन के बाद से माघ मास की शुरूआत के साथ ही इस माह का शुभारंभ होता है। मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन व्रत करने और पवित्र नदियों में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। पौष पूर्णिमा के दिन सूर्य देव और भगवान श्रीकृष्ण की विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। तो आइए जानते हैं कि पौष पूर्णिमा कब है। पूर्णिमा की तिथि क्या रहेगी। चंद्रोदय का समय क्या रहेगा और पूजन विधि व महत्व क्या है।
पौष पूर्णिमा व्रत की पूजा विधि व महत्व (Paush Purnima worship method and importance)
- पूर्णिमा के दिन व्रती को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि से निवृत होकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
- पूर्णिमा के दिन किसी विशेष नदी में स्नान करना बहुत महत्व रखता है। लेकिन अगर किसी तीर्थ स्थान आदि पर स्नान करना संभव ना हो सके तो घर पर ही नहाने के पानी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए।
- स्नान के बाद भगवान सूर्य को अर्घ्य दें।
- घर के मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति या तस्वीर के सामने आपको दीपक जलाना चाहिए।
- भगवान को नैवेद्य-फल अर्पित करें।
- भगवान की विधि पूर्वक पूजा-अर्चना करें।
- भगवान सत्यनारायण की कथा सुनें, सुनाएं या खुद पढ़ें।
- भगवान सत्यनारायण की कथा के पश्चात आरती करें।
- भगवान की आरती उतारने के बाद चंद्रमा की पूजा करें।
- पौष पूर्णिमा के दिन दान करने का विशेष महत्व है। आप अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान करें।
- आप दान में तिल, गुड़, कंबल या ऊनी वस्त्र दान कर सकते हैं।
- पौष पूर्णिमा व्रत 2021
28 जनवरी 2021, दिन गुरुवार
पूर्णिमा तिथि
प्रारंभ: 01:17 AM 28 जनवरी 2021
समाप्त: 12:45 AM 29 जनवरी 2021
- पौष पूर्णिमा व्रत 2021
चंद्रोदय का समय: 05:30 PM, 28 जनवरी 2021
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