1st Day Chaitra Navratri 2024 Maa Shailputri Pooja for Love Marriage : आज 09 अप्रैल (मंगलवार) को चैत्र नवरात्रि का पहला दिन है। यह दिन मां आदिशक्ति के प्रथम रूप शैलपुत्री को समर्पित है। 'या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥' इसी मंत्र का जाप आज हर घर और मां के मंदिर में गूंज रहा है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, मां शैलपुत्री की पूजा करने से अविवाहित जातकों के विवाह योग बन सकते है।
मान्यताओं के मुताबिक, नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की उपासना करने से प्रेम विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती है। इसके अलावा जो साधक तमाम प्रयासों के बाबजूद शादी के बंधन में नहीं बंध पा रहे है, उनकी मनोकामना भी मां अवश्य पूरी होती है। मां शैलपुत्री को सफ़ेद रंग अतिप्रिय है, इसलिए उनकी पूजा में सफ़ेद वस्तुएं ही अर्पित करनी चाहिए। मां शैलपुत्री की पूजा के दौरान सफ़ेद पुष्प, सफ़ेद कपड़े और सफ़ेद मिष्ठान का ही भोग लगाना चाहिए।
मां शैलपुत्री की उपासना के 6 मंत्र
- वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥
- या देवी सर्वभूतेषु शैलपुत्री रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
- वन्दे वांच्छित लाभाय चंद्रार्धकृतशेखराम्, वृषारूढ़ां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम् ॥
- शिवरूपा वृष वहिनी हिमकन्या शुभंगिनी, पद्म त्रिशूल हस्त धारिणी, रत्नयुक्त कल्याणकारिणी॥
- ओम् ऐं ह्रीं क्लीं शैलपुत्र्यै नम:, ओम देवी शैलपुत्र्यै नमः॥
- बीज मंत्र- ह्रीं शिवायै नम:॥
कुंवारी कन्याओं को करना चाहिए व्रत
मान्यता है कि, नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की कुंवारी कन्याओं को पूरे विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। साथ ही मां को समर्पित करते हुए दिनभर उपवास करना चाहिए। ऐसा करने से मां शैलपुत्री प्रसन्न होती है और शादी में आ रही सारी अड़चनों को दूर करती है। मां अच्छी सेहत का वरदान भी देती है।