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Bhaum Pradosh Vrat 2024: भौम प्रदोष व्रत ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है। यह तिथि 3 जून को रात 10 बजकर 48 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 4 जून को रात 08 बजकर 31 मिनट पर होगा।

Bhaum Pradosh Vrat 2024: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बड़ा महत्त्व माना गया है। इस दिन प्रभु शंकर की विधिवत पूजा करने से साधकों को सभी इच्छाएं पूरी होती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। हफ्ते के सातवें दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत का भी अपना एक विशेष महत्त्व है। इस बार 4 जून 2024, मंगलवार को प्रदोष व्रत रखा जाना है। मंगलवार को पड़ने की वजह से इस प्रदोष व्रत को 'भौम प्रदोष व्रत' कहा जाएगा। इस दिन भगवान भोलेनाथ के साथ-साथ बजरंग बली की भी पूजा की जायेगी। इस दिन दान पुण्य करने चाहिए, जिससे ईश्वर की कृपा बनी रहती है। जानते है भौम प्रदोष व्रत के बारे में। 

गुड़ का दान करें : भौम प्रदोष व्रत पर गुड़ का दान करना शुभ माना गया है। गुड़ भगवान शिव और हनुमान जी को प्रिय है। इसके दान से कुंडली में मंगल ग्रह की स्तिथि मजबूत होती है। 

काले तिल का दान करें : भौम प्रदोष व्रत पर काले तिल का दान करना शुभ माना गया है। इससे नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में चल रही परेशानियों का अंत होने लगता है। 

लाल चीजों का दान करें : भौम प्रदोष व्रत पर लाल वस्त्र, लाल रंग के फल और फूल का दान करना शुभ माना गया है। ऐसा करने से हनुमान जी की कृपा बरसती है। साथ ही जीवन में चल रहे संकट भी कम होने लगते हैं। 

कब है भौम प्रदोष व्रत?
(Kab hai Bhaum Pradosh Vrat) 

ज्योतिष के अनुसार भौम प्रदोष व्रत ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है। यह तिथि 3 जून को रात 10 बजकर 48 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 4 जून को रात 08 बजकर 31 मिनट पर होगा। प्रदोष काल के हिसाब से प्रदोष व्रत 4 जून को रखा जायेगा। 

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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