Budh Gochar in Pitru Paksha 2024 : ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक हर ग्रह एक निश्चित समय अवधि में राशि परिवर्तन करता है। इसी क्रम में ग्रहों के राजकुमार बुध आगामी 23 सितंबर 2024, सोमवार को कन्या राशि में गोचर करने जा रहे है। अभी पितृ पक्ष भी चल रहा है, ऐसे में इसी दौरान बुध ग्रह का गोचर भी होगा। पितृ पक्ष में बुध का राशि परिवर्तन 3 चुनिंदा राशियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। चलिए जानते है उन 3 भाग्यशाली राशियों के बारे में। 

23 सितंबर 2024, सोमवार को बुध के कन्या राशि में प्रवेश करते ही मेष, मिथुन और कर्क राशि के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाब देखने को मिलेंगे। इस गोचर अवधि के दिनों में इन राशि के जातकों की जिंदगी में अकस्मात धन प्राप्ति होगी। साथ ही करियर में तरक्की होगी और किस्मत का साथ मिलेगा। 

मेष राशिफल -पितृ पक्ष बुध गोचर 2024
(Mesh Rashifal Budh Gochar 2024) 

बुध के कन्या राशि में गोचर करते ही मेष राशि के विवाहित जातकों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेंगे। इसके अलावा इन जातकों को कोर्ट कचहरी के मामलों में अप्रत्याशित सफलताएं प्राप्ति होंगी। धन की बचत करने और संचय धन में बढ़ोतरी करने में भी सफल रहेंगे। यही नहीं, इन जातकों को आर्थिक मजबूती मिलेगी। साथ ही कार्यक्षेत्र में प्रदर्शन में सुधार देखने को मिलेगा और साझेदारी के काम में लाभ के अवसर बनेंगे। 

मिथुन राशिफल -पितृ पक्ष बुध गोचर 2024
(Mithun Rashifal Budh Gochar 2024) 

बुध के कन्या राशि में गोचर करते ही मिथुन राशि के जातकों के जीवन में परिवर्तन होगा। इन जातकों के लिए समय अनुकूल रहेगा। सुख-सुविधाओं में वृद्धि देखने को मिलेगी। इस अवधि में जातक नया वाहन अथवा कोई प्रॉपर्टी खरीदने में सफल रहेंगे। यही नहीं, बुध गोचर के शुभ प्रभाव से मिथुन जातकों को संतान से जुड़े अच्छे समाचार सुनने को मिलेंगे। इसके अलावा प्रेम विवाह की इच्छा रखने वाले मिथुन जातकों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। 

कर्क राशिफल -पितृ पक्ष बुध गोचर 2024
(Kark Rashifal Budh Gochar 2024) 

कर्क राशि के जातकों को बुध के राशि परिवर्तन का लाभ होगा। इन जातकों के लिए यह समय साहस और पराक्रम दिखाने का होगा। साथ ही इन जातकों को भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। विद्यार्थियों और प्रतियोगिता में बैठने वालों के लिए शुभ समय होगा। इन जातकों को सरकारी नौकरी में चल रहे प्रयासों में बड़ी सफलता मिलने की संभावना है। भाई-बहनों के सहयोग से कई कामों को आसानी से कर सकेंगे। पेरेंट्स के साथ रिश्ते मजबूत बनने लगेंगे। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।