Budh Nakshatra Parivartan 2024: अक्सर आपने सुना होगा कि किसी बच्चे को पढ़ाई में मन नहीं लगता है, दिमाग कमजोर रहता है। ऐसे में बच्चे परेशान हो जाते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध देव को बुद्धि, चतुरता, चालाक और धन-दौलत के दाता ग्रह माना गया है। जब बुध ग्रह किसी जातक की कुंडली में मजबूत होते हैं, तो व्यक्ति चतुर, चालाक और बुद्धिमान हो जाते हैं।
दृक पंचांग के अनुसार, ग्रहों के राजकुमार बुध देव अगले 7 दिन में अपना नक्षत्र परिवर्तन करने जा रहे हैं। यानी 21 सितंबर को बुध देव उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। जब भी बुध अपना नक्षत्र या राशि परिवर्तन करते हैं तो सभी राशियों पर कुछ न कुछ प्रभाव जरूर पड़ता है।
अगले सात दिन बाद जब बुध ग्रह अपना नक्षत्र परिवर्तन करेंगे, तो कुछ राशि पर गहरा प्रभाव डालेंगे। बुध गोचर से उन राशि के जातकों को पढ़ाई में मन लगने लगेगा। साथ ही वे किसी भी कार्य को चतुरता से करेंगे। तो आज इस खबर में जानेंगे कि किन-किन राशि के जातकों पर बुध का सकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वाले लोगों के लिए बुध का उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में गोचर बहुत ही लाभदायक साबित हो सकता है, क्योंकि बुध ग्रह मिथुन राशि के स्वामी ग्रह है। ऐसे में बुध देव मिथुन राशि के जातकों को भरपूर लाभ दिलाने वाले हैं। करियर के क्षेत्र में गजब का चमत्कार देखने को मिल सकता है। जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, उनका सपना बहुत जल्द पूरा हो सकता है।
तुला राशि
तुला राशि वाले जातकों के लिए बुध का गोचर अनुकूल साबित हो सकता है। जो लोग मानसिक समस्या से परेशान हैं उनको 21 सितंबर के बाद राहत मिल सकती है। किसी भी कार्य को बुद्धिमानी से कर पाएंगे। मन प्रसन्न रहेगा। पैतृक संपत्ति से धन का लाभ हो सकता है। राजाओं जैसा सुख भोग सकते हैं। वहीं, जो लोग आर्थिक तंगी से परेशान हैं उनको अचानक धन की प्राप्ति हो सकती है।
मकर राशि
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मकर राशि वाले जातकों के लिए बुध का नक्षत्र परिवर्तन शुभ साबित हो सकता है। जिन लोगों को पढ़ाई में मन नहीं लगता है उन्हें 21 सितंबर के बाद पढ़ाई में मन लगने लगेगा, क्योंकि बुध ग्रह को बुद्धि और मन का कारक ग्रह माना गया है। बुध देव की कृपा से सभी कार्यों में सफलता मिल सकती है। रूके हुए कार्य पूर्ण होंगे। साथ ही जो लोग शादीशुदा हैं, उनके जीवन में खुशियां बनी रहेंगी।
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डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।