Durga Ashtami 2024: चैत्र नवरात्रि का महापर्व चल रहा है। मां दुर्गा को समर्पित यह पर्व पूरे 9 दिनों तक चलता है। हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा किये जाने का विशेष महत्त्व है। यहां हम मां आदिशक्ति दुर्गा के आठवें अवतार की और उनकी पूजा के विशेष दिवस की बात करेंगे। हम बात करेंगे नवरात्रि की अष्टमी की, इस दिन कई लोग नवरात्रि का समापन भी करते है। साथ ही कन्या पूजन और हवन भी करते है। अष्टमी के दिन मां दुर्गा मातारानी को पूरी-हलवा और चने का भोग अवश्य लगाना चाहिए। इस साल दुर्गा अष्टमी 16 अप्रैल मंगलवार को है, जानते है इस दिन के दो शुभ योग।
इस वर्ष दुर्गा अष्टमी पर 2 बेहद शुभ योग बनते दिखाई दे रहे है। पहला है सर्वार्थसिद्धि योग और दूसरा है रवि योग। ये दोनों योग ही 5 राशियों के लिए बेहद शुभ माने गए है। चलिए जानते है नवरात्रि की अष्ठमी तिथि पर मां दुर्गा किन-किन 5 राशियों में अपनी कृपा बरसाने वाली है।
- वृषभ राशि के जातकों को दुर्गा अष्टमी पर धन लाभ के योग बन रहे है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन जातकों के रुके हुए कई काम पूरे होने से प्रसन्नता की अनुभूति होगी। साथ ही धन-संपत्ति का लाभ भी बन रहा है। इस दिन जातक का मन धर्म और दान करने की तरह रह सकता है।
- कर्क राशि के जातकों को दुर्गा अष्टमी पर करियर में तरक्की के नए द्वार प्राप्त हो सकते है। जातकों को नई नौकरी या फिर प्रमोशन की संभावना बन रही है। आय के नए स्रोत मिलने की संभावना भी नजर आ रही है। इसके अलावा आर्थिक स्तिथि मजबूत होगी और प्रियजनों से मुलाक़ात हो सकती है।
- कन्या राशि के जातकों के लिए दुर्गा अष्टमी शुभ फल देने वाली साबित होगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन जातकों को अष्टमी पर धन लाभ के योग बन रहे है। अकस्मात और अप्रत्याशित लाभ होने से विरोधी भी हैरान होंगे। अष्टमी पर मिल रही देवी कृपा से किसी लाभकारी यात्रा के योग भी बन रहे है।
- मकर राशि के जातकों के लिए दुर्गा अष्टमी धन-संपत्ति के मामले में लाभ देने वाली रहेगी। नगद पैसा मिलने के योग बन रहे है। नई संपत्ति के सौदे तय हो सकते है। इसके अलावा युवा जातकों को करियर में बड़े अवसर मिलने की संभावना भी बनती दिखाई दे रही है। पारिवारिक ख़ुशी बनी रहेगी।
- मीन राशि के जातकों के लिए दुर्गा अष्टमी पर उम्मीद से अधिक धन लाभ मिलने का योग बन रहा है। इसकी वजह से अकस्मात बैंक बैलेंस में बढ़ोतरी होगी, जो प्रसन्नता देने वाली रहेगी। आर्थिक समस्याएं दूर होने लगेंगी और तरक्की के नए मार्ग प्रशस्त होंगे। गृह क्लेश भी समाप्त होगा।