Chaitra Navratri 2025: सनातन धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व माना गया है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से 7 अप्रैल तक की रहेगी। इस दौरान मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा करने और उनके निमित्त व्रत रखने से साधक की सभी मनोकमनाएं पूरी होती है। नवरात्रि के विशेष और पवित्र पर्व पर मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए साधकों को कई प्रयास करने होते है। लेकिन भूलवश यदि आपने कुछ गलती की तो यह स्वयं के लिए भारी हो सकता है।
अगर आप चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा का कृपा के पात्र बनना चाहते है, तो पूजा के लिए जरुरी सामग्रियों का चयन सावधानीपूर्वक करें। इस दौरान ध्यान रखें कि, मां दुर्गा को तीन चुनिंदा फूल पूजा में भूलकर भी अर्पित न करें। यह मां दुर्गा को ये फूल बिल्कुल भी पसंद नहीं होते है। चलिए जानते है इनके बारे में-
मां दुर्गा को कौन सा फूल नहीं चढ़ाना चाहिए?
(Maa Durga Ko Kaunsa Phool Nahi Chadhana Chahiye)
- दुर्गा पूजा में माता को भूलकर भी 'केतकी का फूल' अर्पित नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते है, तो आपको गृह क्लेश का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही कई अन्य अशुभ सूचनाएं भी सुनने को मिल सकती है। घर में नकारात्मक प्रवाह बढ़ सकता है।
- माता दुर्गा को पूजा में 'धतूरे का फूल' चढ़ाना भी अशुभ माना गया है। माता को यह पुष्प बिल्कुल भी पसंद नहीं है। अगर आप गलती से भी इस पुष्प को मां दुर्गा को अर्पित कर देते है, तो आपको उनके क्रोध का भागी बनना पड़ सकता है। साथ ही परिवार के सदस्यों को भी पीड़ा झेलनी पड़ सकती है।
- दुर्गा पूजा में 'मदार का फूल' चढ़ाना भी अशुभ माना गया है। नवरात्रों की पूजा में तो भूलकर भी यह पुष्प मां को नहीं चढ़ाना चाहिए। इस पुष्प को नवरात्रि के दौरान घर में लाने से मां नाराज हो सकती है। ऐसा हुआ तो घर-परिवार से सुख-शांति छिन जाती है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।