Chaitra Navratri Shubh Sanket: सनातन धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्त्व है। नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि, इस कलयुग में मातारानी धरती पर मौजूद है और अपने भक्तों के बीच ही रहती है। भले ही वह शारीरिक रूप से हमारे समक्ष दृश्यमान नहीं है, लेकिन मां अपनी भक्ति और शक्ति का अहसास अक्सर अपने भक्तों को किसी न किसी तरह से करवाती रहती है। यही वजह है कि, भक्त मां की पूजा अर्चना विधि-विधान से करते है। इस नवरात्रि उन संकेतों की प्रतीक्षा करें, जिनके मिलने से आपको पता चल जाएगा कि आपकी प्रार्थना स्वीकार कर ली गई है।
स्वपन शास्त्र के मुताबिक, नवरात्रि में कुछ ऐसे संकेत मां अपने भक्तों को देती है, जिनसे यह अहसास किया जा सकता है कि मां ने आपकी भक्ति को स्वीकार किया है या नहीं। इस लेख में हम उन्हीं सब संकेतों की बात करेंगे, जिससे आप पता चला सकेंगे कि मां आपकी भक्ति से प्रसन्न हुई है या नहीं?
नवरात्रि में मिलने वाले शुभ संकेत
- नवरात्रि के पहले दिन मिट्टी के कलश में जौ उगाए जाते हैं। यदि ये जौ सही तरीके से उगते हैं, तो यह शुभ संकेत है। स्वपन शास्त्र के मुताबिक, जौ सही तरीके से उगने का मतलब है कि मातारानी से आपकी पूजा स्वीकार कर ली है और वह आपकी भक्ति से प्रसन्न है।
- नवरात्रि में अखंड ज्योति का भी बड़ा महत्त्व माना गया है। स्वपन शास्त्र के मुताबिक, नवरात्रि के नौ दिन अखंड ज्योति बिना किसी बाधा के प्रज्ज्वलित हो रही है, तो समझ जाइये कि मातारानी आपकी भक्ति से प्रसन्न है। यह शुभ संकेत है, जिसका मतलब है कि आपके परिवार में खुशियां आने वाली है।
- नवरात्रि के दिनों में स्वप्न के अंदर मातारानी के किसी भी स्वरुप का यदि दर्शन होता है, तो यह शुभ संकेत है। स्वपन शास्त्र के मुताबिक, सपने में मां के दर्शन होने का मतलब है कि आपकी पूजा स्वीकार कर ली गई है। ऐसा होने पर संभव है कि जल्द ही आपकी आर्थिक स्तिथि मजबूत होने वाली है।