Hanuman Ji Puja Tips: सनातन धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। इस दिन बजरंग बली की विधि-विधान से पूजा करने पर साधकों को विशेष फलों की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के आधार पर मंगलवार के दिन सच्चे मन और आस्था से हनुमान जी की पूजा करने पर हर मुसीबत से निजात मिलती है। यही वजह है कि, हनुमान जी को संकट मोचन भी कहा जाता है। रामभक्त हनुमान जी के कई स्वरुप है और हर स्वरुप की पूजा करने से अलग-अलग फलों की प्राप्ति होती है। चलिए जानते है घर पर बजरंग बली के किस-किस स्वरुप की पूजा करने से क्या-क्या फल प्राप्त होता है।
पंचमुखी हनुमान
(Panchmukhi Hanuman)
पंचमुखी हनुमान जी की घर में पूजा करने पर हर विघ्न दूर होते हैं और तरक्की के मार्ग खुलते है। साथ ही घर में वास कर रही नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है। हनुमान जी के पंचमुखी स्वरूप की तस्वीर घर में लगाने से परिवार पर बुरा साया नहीं पड़ता है। ध्यान रखें यह तस्वीरें सभी की आंखों के सामने हो।
वीर हनुमान
(Veer Hanuman)
हनुमान जी के वीर स्वरुप की घर में पूजा करने से मनुष्य को पराक्रम, बल और आत्मविश्वास मिलता है। वीर हनुमान जी की पूजा करने से परिवार के सदस्यों के कामकाज में आ रही सभी रुकावटें अथवा परेशानियां दूर होती है।
एकादशी हनुमान
(Ekadashi Hanuman)
हनुमान जी ने 'एकादशी हनुमान' स्वरुप कालकारमुख नाम के भयानक दैत्य के वध के लिए लिया था। इस राक्षस का वध हनुमान जी ने शनिवार के दिन किया था। धार्मिक मान्यता के अनुसार हनुमान जी के एकादशी स्वरुप की पूजा करने से न सिर्फ हनुमान जी बल्कि सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
दास हनुमान
(Das Hanuman)
दास हनुमान स्वरुप अक्सर तस्वीरों में ही हमें दिखाई देता है। इस स्वरूप में हनुमान जी भगवान राम के चरणों में हाथ जोड़कर बैठे दिखाई देते हैं। हनुमान जी के इस स्वरुप की प्रतिमा की पूजा करने से मनुष्य में समर्पण और सेवा की भावना बढ़ती है। ऐसे व्यक्ति जीवन में हमेशा सफल होते है।
रामभक्त हनुमान
(Rambhakt Hanuman)
श्रीराम की भक्ति करते हुए हनुमान जी के स्वरुप की पूजा हर व्यक्ति को करनी चाहिए। रामभक्त हनुमान स्वरुप में हनुमान जी के हाथ में करताल दिखाई देती है। रामभक्त हनुमान स्वरुप की पूजा सच्ची आस्था से करने पर व्यक्ति के जीवन में बिना किसी अड़चन के हर लक्ष्य की प्राप्ति होती है।
सूर्यमुखी हनुमान
(Suryamukhi Hanuman)
धर्म शास्त्रों में हनुमान जी के सूर्यमुखी स्वरुप को बेहद शुभ माना गया है। सूर्य देव को हनुमान जी का गुरु कहा जाता है। कहते है, यदि हनुमान जी के सूर्यमुखी स्वरुप की पूजा की जाए तो व्यक्ति को विद्या, बुद्धि, ज्ञान, तरक्की और सम्मान की प्राप्ति होती है। सूर्यमुखी हनुमान को पूर्वमुखी हनुमान भी कहते है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं व जानकारियों पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।)