Navratri 2024: (सचिन सिंह बैस) अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा पर गुरुवार को हस्त नक्षत्र व ऐंद्र योग की साक्षी में शारदीय नवरात्र का आरंभ होगा। इस दिन घट स्थापना के सुबह साढ़े छह बजे शाम तक शुभ, अभिजीत, लाभ और अमृत मुहूर्त हैं। पंचांग की गणना के अनुसार इस बार नवरात्र पूरे नौ दिन के रहेंगे। लेकिन तिथि की घट बढ़ के कारण अष्टमी व नवमी की पूजा एक ही दिन होगी। मां शारदा देवीधाम मैहर के ज्योतिषाचार्य पंडित मोहनलाल द्विवेदी ने बताया कि नवरात्र में घट स्थापना का विशेष महत्व है। अगर घट स्थापना के समय विशेष योग की साक्षी हो तो पर्वकाल शुभफल प्रदान करता है।

इस बार नवरात्र पूरे नौ दिन के, अष्टमी व नवमी की पूजा एक ही दिन होगी। पंचांगीय गणना के अनुसार 5, 7,12 अक्टूबर को सर्वार्थसिद्धि तथा 5, 6, 11 अक्टूबर को रवि योग का संयोग रहेगा।

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शारदीय नवरात्र में घट स्थापना के मुहूर्त
सुबह 6.30 से 8 बजे तक : शुभ का चौघड़िया
सुबह 10.50 से 12. 20 बजे तक : अभिजीत
सुबह 11 से दोपहर 12.30 बजे तक : चंचल
दोपहर 12.30 से दोपहर 2 बजे तक : लाभ
दोपहर 2 बजे से 3.30 बजे तक : अमृत
शाम 5 बजे से शाम 6.30 बजे तक : शुभ अमृत बेला