Neem Karoli Baba: पत्थर मन को पिघला देते हैं नीम करोली बाबा के ये विचार, ईश्वर की होगी प्राप्ति

Neem Karoli Baba Vichar: महान संत और आध्यात्मिक गुरु नीम करोली बाबा का जीवन हनुमान जी की भक्ति में समर्पित रहा। 20वीं सदी में उन्हें अनुयायी बजरंग बली का अंश अवतार मान उनकी पूजा किया करते थे और यह आज भी कायम है। बाबा नीम करोली ने अपने जीवनकाल के दौरान लोगों को सदमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। साथ ही प्रेम, सेवा, सादगी और ईश्वर के प्रति समर्पण पर हमेशा जोर दिया। नीम करोली बाबा के कई ऐसे विचार है, जो आज भी लोगों के अंधियारे जीवन में प्रकाश प्रज्ज्वलित करने का काम कर रहे है। यहां हम बता रहे है नीम करोली बाबा के चुनिंदा सुविचारों के बारे में-
नीम करोली बाबा के मुख्य विचार
(Neem Karoli Baba Suvichar)
- - प्रेम और सेवा को बाबा नीम करोली ने हमेशा प्राथमिकता दी। वह कहते थे कि, जो व्यक्ति सच्चे प्रेम को समझ लेता है, उसे कभी ईश्वर को समझने की जरुरत नहीं होती है। वहीं, दूसरों की सेवा में ही ईश्वर की सेवा छिपी हुई है, इसलिए हमेशा प्रेम और सेवा के मार्ग पर चलना चाहिए।
- - नीम करोली बाबा के अनुसार, व्यक्ति को कभी घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि यही उसके दुखों का कारण बनता है। हर व्यक्ति को अपनी जीवनशैली को बेहद साधारण तरीके से रखना चाहिए। बाबा कहते थे कि, भक्ति और सादगी में ही भगवान का वास होता है।
- - बाबा नीम करोली के मुताबिक, हर व्यक्ति को अपने अंदर क्षमा और दयाभाव रखना चाहिए। दूसरों को माफ़ करना ही सबसे बड़ी ताकत होता है। अगर कोई आपको चोट पहुंचा रहा है, तो आप बदले में उसे सिर्फ प्रेम, दया और क्षमा ही देना। ..क्योंकि यही पत्थर को भी पिघला सकता है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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