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Mangal Pushya Yog Empact 2025: ज्योतिष के अनुसार, हर ग्रह एक निश्चित समय अवधि में राशि परिवर्तन करता है। इसी कड़ी में अब मंगल ग्रह शनि के पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करने जा रहे हैं। मंगल के पुष्य नक्षत्र में प्रवेश से 'मंगल पुष्य योग' निर्मित होगा, जोकि संपूर्ण राशिचक्र को प्रभावित करेगा। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 12 अप्रैल 2025 की सुबह 6 बजकर 32 मिनट पर मंगल ग्रह शनि के पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। मंगल पुष्य योग के शुभ प्रभाव से राशिचक्र की 3 चुनिंदा राशियां प्रभावित होने वाली है। इनके जातकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव होंगे। चलिए जानते है उन भाग्यशाली राशियों के बारे में- 

कर्क राशिफल - मंगल पुष्य योग 2025
(Cancer Horoscope Mangal Gochar 2025) 

कर्क राशि के जातकों के जीवन में 'मंगल पुष्य योग' शुभ प्रभाव डालेगा। इन जातकों का भाग्य उदय हो सकता है। साथ ही समाज में मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। कार्यक्षेत्र में इन जातकों को अधिकारियों से तारीफ मिलेगी। इसके अलावा दांपत्य जीवन में प्रेम और खुशहाली बढ़ेगी। कारोबार में अकस्मात बेहतर धनलाभ होने से आर्थिक स्थिति में मजबूत परिवर्तन देखने को मिलेगा। लंबे समय से चल रही किसी बीमारी का अंत भी संभव है। 

कन्या राशिफल - मंगल पुष्य योग 2025
(Virgo Horoscope Mangal Gochar 2025) 

कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल पुष्य योग लाभकारी साबित होने वाला है। इन जातकों को करियर में तरक्की के द्वार मिलेंगे। साथ ही गरीबी दूर होगी और खर्च नियंत्रित होंगे। आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होने से कार्यक्षेत्र में कई कार्यों को सफल बना सकेंगे। कन्या राशि के नौकरीपेशा जातकों की सेहत में सुधार देखने को मिलेगा। साथ ही परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। मानसिक तनाव दूर होगा और खुशहाल जीवन जी सकेंगे। 

मीन राशिफल - मंगल पुष्य योग 2025
(Pisces Horoscope Mangal Gochar 2025) 

मीन राशि के जातकों के लिए 'मंगल पुष्य योग' शुभ परिणाम देने वाला रहेगा। इन जातकों के जीवन में सुख-समृद्धि और शांति में बढ़ोतरी होगी। कारोबार में अच्छी डील्स होने से आर्थिक स्थिति में मजबूत परिवर्तन आएगा। नौकरी में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन अंत में सफल रहेंगे। दांपत्य जीवन में प्रेम की गहराई बढ़ेगी। सेहत का ख्याल रखें और लापरवाही न करें। शेष जीवन सुखमय बीतने वाला है। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।