Logo

Vastu Tips for Eating Food at a Wedding: सनातन धर्म में विवाह के समय लोग खाने-पीने की पूरी व्यवस्था करते है। लेकिन इस दौरान, कुछ चीजें ऐसी होती है, जिन्हें जाने-अनजाने में नजरअंदाज कर दिया जाता है। विवाह समारोह के दौरान परिवार के सभी लोग मेहमानों की आवाभगत में वास्तु नियमों की अनदेखी कर देते है, जिसके गंभीर परिणाम बाद में भुगतने पड़ते है। इसलिए यहां हम आपको उन वास्तु नियमों के बारे में बता रहे है, जो भोजन से जुड़े है। 

शादी में भोजन से जुड़े वास्तु टिप्स
(Shadi me Bhojan Se Jude Vastu Tips) 

  • शादी में खाना खाते समय अपना मुंह पूर्व या उत्तर दिशा में रखना चाहिए। भूलकर भी दक्षिण दिशा में मुख करके भोजन न करें। 
  • शादी में खाना परोसते समय भोजन की थाली को एक हाथ से नहीं पकड़ना चाहिए। वहीं, थाली को जमीन पर भी नहीं रखें। 
  • विवाह में जल्दी-जल्दी खाना खाने से पाचन समस्या हो सकती है, इसलिए भोजन अच्छी तरह चबा- चबाकर करना चाहिए। 
  • वास्तु अनुसार अगर आप नारंगी, हरा, क्रीम या हल्का गुलाबी रंगे हुए स्थान पर भोजन करेंगे तो अच्छा वातावरण मिलता है। 
  • किसी विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे है, तो उससे पहले बीन्स और मसालेदार खाना खाने से बचें। यह अच्छा रहेगा। 

वास्तुशास्त्र के अनुसार, विवाह समारोह हो या फिर घर  .. आप भोजन करने के लिए पूर्व दिशा में मुख कर बैठे। यह दिशा भोजन करने के लिए सबसे आदर्श मानी गई है। साथ ही यह दिशा स्वास्थय के लिहाज से भी बेहतर होती है। पूर्व दिशा में भोजन करने से शरीर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है। इसके अलावा शादी में जाने से पहले मसालेदार भोजन करना अपच बना सकता है। यदि वास्तु नियमों का पालन किया जाए, तो शरीर स्वस्थ बना रहता है। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी वास्तु नियमों पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।