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Shani Gochar 2025: 29 मार्च 2025, शनिवार को कर्मफलदाता शनिदेव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। करीब 30 सालों बाद शनिदेव मीन राशि में आ रहे है। ऐसे में यह राशि परिवर्तन राशिचक्र को बड़े बदलाव के साथ प्रभावित करेगा। शनिदेव सभी 12 राशियों पर अपना शुभ-अशुभ प्रभाव डालेंगे। इस दिन एक दुर्लभ संयोग भी निर्मित हो रहा है। शनि गोचर के साथ-साथ शनिचर अमावस्या और साथ ही सूर्य ग्रहण। इस दुर्लभ संयोग के कारण इस अवधि में शनि मंत्रो का जाप जातकों के जीवन को खुशहाल बना सकता है। साथ ही मनचाहे परिणाम भी दिलवा सकता है। चलिए जानते है कष्टों से मुक्ति पाने के लिए क्या करें- 

शनि बीज मंत्र और उसके लाभ
(Shani Beej Mantra and its Benefits)

ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि, शनिचर अमावस्या और गोचर वाले दिन शनिदेव के बीज मंत्रो का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से जातकों को जीवन में चल रही समस्याओं से मुक्ति मिलती है। साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यही नहीं, साढ़े साती के प्रभाव को भी कम किया जा सकता है। 

शनि बीज मंत्र (Shani Beej Mantra)

  • ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नमः ।।

शनि गायत्री मंत्र (Shani Gayatri Mantra)

  • ॐ शनैश्चराय विदमहे छायापुत्राय धीमहि ।

शनि स्तोत्र (Shani Stotra)

  • ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम । छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम ।।

शनि पीड़ाहर स्तोत्र (Shani Pidahar Stotra) 

  • सुर्यपुत्रो दीर्घदेहो विशालाक्ष: शिवप्रिय: । दीर्घचार: प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनि: ।। तन्नो मंद: प्रचोदयात ।।

शनिदेव को खुश करने के सरल मंत्र

  • "ॐ शं शनैश्चराय नमः"
  • "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः"
  • "ॐ शन्नो देविर्भिष्ठयः आपो भवन्तु पीतये। सय्योंरभीस्रवन्तुनः।।"

डिस्क्लेमर: यह जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।