Shani Vakri 29 June 2024: ज्योतिष के अनुसार शनि की टेढ़ी चाल और साढ़ेसाती-ढैय्या का प्रभाव व्यक्ति के जीवन को तहस-नहस कर देता है। शनि ढाई साल की अवधि में राशि परिवर्तन करते है और समय-समय पर अपनी चाल में भी बदलाव करते है। इसी कड़ी में अब शनि पूरे 30 साल बाद अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में आ चुके है। वह इसी माह 29 जून को वक्री होंगे, जिसकी वजह से कुछ राशि के जातकों को सावधान रहना होगा। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का अशुभ प्रभाव इन चुनिंदा राशि के जातकों के जीवन में रुपये-पैसे, सेहत और मान-सम्मान की हानि कर सकता है। चलिए जानते है विस्तार से।
कर्क व वृश्चिक राशि पर है ढैय्या
ज्योतिष के अनुसार इस समय शनि कुंभ राशि में विराजमान है। इसी के चलते कर्क व वृश्चिक राशि के जातकों पर शनि ढैय्या का प्रभाव पड़ रहा है। शनि के वक्री होते ही इन दोनों राशि के जातकों को कई परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। इन जातकों को सेहत से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा कड़ी मेहनत के बाबजूद किस्मत का भरपूर साथ नहीं मिल पायेगा। मनचाहे नतीजे न मिलने से मन चिंतित रहेगा। अनावश्यक खर्च संभव है।
इन 3 राशियों पर है शनि की साढ़ेसाती
शनिदेव के कुम्भ राशि में होने से मीन, कुंभ और मकर राशि के लोगों पर साढ़ेसाती चल रही है। शनि के वक्री होते ही साढ़ेसाती इन तीन राशि के जातकों के जीवन में कई संकट उत्पन्न करने वाली है। इससे आर्थिक नुकसान होने की प्रबल संभावना बन रही है। निवेश किया हुआ धन डूबने का खतरा बन रहा है। शरीर को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी के साथ मनमुटाव की स्तिथि बन सकती है। वाहन दुर्घटना संभावित है।
शनि ढैय्या और साढ़ेसाती में करें ये उपाय
(Shani Sade Sati And Dhaiya Upay)
- - शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि चालीसा पढ़े।
- - शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से लाभ मिलता है।
- - शनिवार के दिन गरीबों को कंबल, सरसों का तेल और काली दाल, काले तिल का दान करें।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर बेस्ड है। Hari Bhoomi इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।