Premanand Ji Maharaj Tips: हिंदू धर्म हमेशा से ही सभी को जीवन पथ दिखाता रहा है। हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले कई संत-महात्मा आज भी दुनियाभर के लोगों को जीवन सफल बनाने के लिए मार्ग प्रशस्त कर रहे है। उन्हीं में से एक है प्रेमानंद जी महाराज, जो आज के समय में सोशल मीडिया पर काफी पसंद भी किये जा रहे ही। प्रेमानंद जी महाराज मूल रूप से उत्तरप्रदेश के वृंदावन से आते है। उनका आश्रम भी वृंदावन में ही स्तिथ है। उनके सुविचार और वायरल वीडियोज में से ही एक सवाल सामने आया कि 'क्या वाहन पर ईश्वर का नाम लिखवा सकते है?' इसका जवाब प्रेमानंद जी महाराज ने दिया है। 

वाहन पर ईश्वर का नाम लिखवाना सही या फिर गलत
(Kya Vahan Par Bhagwan ka Name Likhva Sakte Hai) 

प्रेमानंद जी महाराज के एक वायरल वीडियो में देखे तो, वे बताते है कि लोग जाने-अनजाने में अपने वाहनों पर श्री राम, राधा, कृष्ण या भोलेनाथ का नाम लिखवा लेते है। लेकिन यह सनातन धर्म के अनुसार बिल्कुल भी सही नहीं ठहराया जा सकता। महाराज जी कहते है 'जब हम भगवान का नाम लिखे वाहनों को पानी से धोते है, तो वह नीचे गिरता है और उस पर हमारे पैर लगते है। ऐसा होने से ईश्वर का अपमान होता है क्योंकि जल से भगवान का अभिषेक होता है। 

  • - प्रेमानंद जी महाराज के मुताबिक, भगवान को छूकर पैरों में नीचे गिरने वाला जल चरणामृत के बराबर होता है। यह ईश्वर का अपमान होता है। 
  • - प्रेमानंद जी महाराज के मुताबिक, वाहन पर ईश्वर के नाम की जगह पर स्वास्तिक चिन्ह या शुभ-लाभ लगा सकते हैं। 
  • - प्रेमानंद जी महाराज के मुताबिक, ईश्वर का अनादर किसी भी रूप में नहीं करना चाहिए। वाहन पर उनका नाम लिखना अनादर ही है। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।