Vastu Tips For Sleeping Direction: वास्तु शास्त्र में सोने की दिशा को बेहद अहम माना गया है। वास्तु की मानें तो सोने की दिशा व्यक्ति की सेहत पर गहरा प्रभाव छोड़ती है। सोने की सही दिशा न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करती है। वास्तु आधार पर देखें तो सही दिशा में सोने से शरीर का ऊर्जा संतुलन बना रहता है। चलिए जानते है सोने की सही दिशा और उसके फायदों और नुकसान के बारे में विस्तार से- 

दक्षिण दिशा में पैर करके सोना

वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा को सोने के लिए सबसे अच्छा माना गया है। वास्तु नियम के अनुसार जो व्यक्ति दक्षिण दिशा में सिर और उत्तर दिशा में पैर रखकर सोता है, उसके शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। साथ ही उसके मन में शांति बनी रहती है और मानसिक तनाव में उसे राहत मिलती है। अनिद्रा और थकान से जूझने वाले लोगों को दक्षिण दिशा में सोने की सलाह दी जाती है। इस दिशा में व्यक्ति को गहरी नींद मिलती है, जो उसकी सेहत को भी दुरुस्त रखता है। 

पूर्व दिशा में पैर करके सोना

वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा को भी सोने के लिए उत्तम माना गया है। इसके अनुसार पूर्व दिशा में सिर और पश्चिम दिशा में पैर कर सोने से मानसिक शक्ति बढ़ती है। साथ ही एकाग्रता में बढ़ोतरी होती है। विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए यह दिशा सबसे उपयुक्त मानी जाती है। 

उत्तर दिशा में पैर करके सोना 

वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा में पैर करके सोने से शरीर को नुकसान होता है। इससे दिमाग की ऊर्जा असंतुलित होती है। साथ ही सिरदर्द, थकान और मानसिक तनाव उत्पन्न होने लगता है। उत्तर दिशा में पैर रख सोने से व्यक्ति के स्वभाव चिड़चिड़ापन उत्पन्न होने लगता है। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।