Auto Retail Sales: भारतीय बाजार में ऑटोमोबाइल रिटेल बिक्री में अक्टूबर में 32 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इस ग्रोथ में नवरात्रि और दिवाली जैसे प्रमुख त्योहारों के एक ही महीने में आने का भी योगदान रहा। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में कुल 2.83 मिलियन व्हीकल्स की रिटेल सेल्स रिकॉर्ड हुई, जो नवंबर 2023 के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है।
टू-व्हीलर बिक्री में 36% और पैसेंजर व्हीकल्स में 32% की वृद्धि हुई है। तीन-पहिया वाहनों की बिक्री में 11%, कमर्शियल व्हीकल्स में 6%, और ट्रैक्टरों में 3% की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि सितंबर की तुलना में कुल बिक्री में 64% का उछाल आया।
नवंबर-दिसंबर में शादियों के चलते बनी रहेगी ग्रोथ
FADA चेयरमैन सी एस विग्नेश्वर ने कहा- "अक्टूबर में नवरात्रि और दिवाली जैसे दो प्रमुख त्योहार एक साथ होने और रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की घोषणा से बाजार में सकारात्मकता आई।" उन्होंने यह भी बताया कि नवंबर और दिसंबर में करीब 5 मिलियन शादियों के कारण यह रुझान जारी रहने की उम्मीद है।
मारुति रिकॉर्ड 1 लाख 99 हजार कारें बेचीं
अक्टूबर में मारुति सुजुकी ने 35% की रिकॉर्ड वृद्धि (1,99,675 यूनिट्स) दर्ज की, इसके बाद हुंडई मोटर (30%), टाटा मोटर्स (31%) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (56%) का स्थान रहा। पिछले महीने कुल 4,83,159 पैसेंजर व्हीकल्स बेचे गए और इन्वेंट्री स्तर में कमी आकर 75-80 दिनों पर आ गई, जो सितंबर में 80-85 दिनों तक पहुंच गया था। इस सुधार से साल के अंत तक छूट का सीजन जारी रह सकता है।
20.65 मिलियन दो-पहिया की हुई बिक्री
टू-व्हीलर सेगमेंट में हीरो मोटोकॉर्प ने 38% की वृद्धि (5,76,532 यूनिट्स) दर्ज की, इसके बाद होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (37%), टीवीएस मोटर (39%), और बजाज ऑटो (28%) का स्थान रहा। इस सेगमेंट में कुल बिक्री 20.65 मिलियन यूनिट्स देखी गई। विग्नेश्वर ने कहा, "डीलरों ने बताया कि आकर्षक त्योहारी ऑफर्स, छूट, और नए मॉडलों की लॉन्चिंग से ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ी। ग्रामीण क्षेत्रों में भी फसलों की अच्छी पैदावार और अनुकूल मानसून के कारण सकारात्मक भावना रही।"
6% बढ़ी कमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स
कमर्शियल व्हीकल्स की बिक्री 6% बढ़कर 97,411 यूनिट्स पर पहुंच गई। कृषि बाजार और कंटेनर मूवमेंट के लिए बल्क बाइंग के चलते इस ग्रोथ को सहारा मिला। हालांकि, इस सेगमेंट में धीमी मांग, निर्माण गतिविधियों की सुस्ती और ग्राहकों के बीच वित्तीय समस्याएं प्रमुख चुनौतियां रहीं। विग्नेश्वर ने आगे कहा कि हालांकि शादियों के सीजन और बाजार की अनुकूल स्थितियों के कारण निकट भविष्य में वृद्धि की संभावना बनी हुई है, लेकिन साल के अंत तक बिक्री की गति प्रभावित हो सकती है।
(मंजू कुमारी)