Car Driving Tips: क्या चप्पल पहनकर कार चलाने से कटता है चालान? जानें जरूरी ट्रैफिक नियम

Car Driving Tips: कुछ लोग अपने कंफर्ट के हिसाब से स्लिपर में ड्राइविंग पसंद करते हैं। सवाल है कि अगर कोई ड्राइविंग के वक्त जूते नहीं पहनता है तो क्या ट्रैफिक पुलिस उसका चालान काट सकती है?;

By :  Desk
Update:2024-05-28 17:27 IST
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Car Driving Tips: ड्राइविंग के दौरान अक्सर लोगों को जूते पहनने की सलाह दी जाती है। कार चलाते समय जूते पहनने से गियर और ब्रेक पैडल पर बढ़िया ग्रिप मिलता है। इससे ड्राइविंग में आसानी होती है और चालक स्मूद ड्राइविंग का अनुभव करता है। लेकिन कुछ लोग अपने कंफर्ट के हिसाब से चप्पल या स्लिपर पहनकर कार चलाना पसंद करते हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि अगर कोई ड्राइविंग के वक्त जूते नहीं पहनता है तो क्या ट्रैफिक पुलिस उसका चालान काट सकती है? क्या चप्पल पहनकर कार चलाना नियमों का उल्लंघन है? ज्यादातर लोग इसका जवाब नहीं जानते हैं? आइए जानते हैं...

मंत्री के ऑफिस ने पोस्ट कर बताया था नियम
ट्रैफिक नियम के मुताबिक, अगर कोई चप्पल पहनकर कार चलाता है तो उसका चालान नहीं काटा जा सकता है। यानी आप ड्राइविंग के दौरा जूते पहनें या फिर चप्पल कोई जुर्माना नहीं लगेगा। इसे लेकर सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय की ओर से 25 सितंबर 2019 को एक ट्वीट किया गया था। इसमें साफ तौर पर बताया गया कि ट्रैफिक नियमों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। पोस्ट में लिखा- नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चप्पल पहनकर गाड़ी चलाने पर कोई चालान नहीं कटेगा।

ड्राइविंग के दौरान क्यों नहीं पहनें स्लिपर?
जाहिर है कि कार चलाते समय चप्पल पहने पर कोई चालान तो नहीं कटेगा, लेकिन यह सुरक्षा के मद्देनजर ठीक नहीं है। आमतौर पर ऐसा नहीं करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि जूते पहनकर कार चलाने से रेस या ब्रेक पैडल पर बढ़िया ग्रिप मिलती है। लेकिन स्लिपर में ऐसा नहीं हो पाता है। कई बार चप्पल पेडल्स से फिसल भी जाती है और हादसे का खतरा पैदा हो जाता है। कंट्रोलिंग खराब रहती है। 

कार ड्राइव करते समय सीट बेल्ट लगाएं
इसके अतिरिक्त ड्राइवरों को सलाह दी जाती है कि जब भी कार चलाएं तो हमेशा सीट बेल्ट का इस्तेमाल करें। कई बार देखा जाता है कि लोग सीट वेल्ट अलर्ट को बंद करने के लिए पीठ के पीछे से बेल्ट निकालकर लगा देते हैं। ऐसा करना ड्राइवरों के साथ-साथ अन्य सवारियों की सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है। साथ ही जरूरी ट्रैफिक नियमों और सिग्नल का पालन करना भी आवश्यक है। 

(मंजू कुमारी) 
 

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