(मंजू कुमारी)
Car Modification Tips: अगर आप कार में कोई मोडिफिकेशन की सोच रहे हैं, तो इससे पहले यह जान लेना महत्वपूर्ण है कि आपके किए गए बदलाव कानूनी हैं या नहीं। भारत में कार के अनेक भागों में प्रकारित मोडिफिकेशन करने की प्रवृत्ति है, लेकिन यह बदलाव आपके लिए नुकसान के रूप में सामने आ सकते हैं। अक्सर देखा जाता है कि ज्यादातर लोग अपनी कार में तरह-तरह के बदलाव करा लेते हैं। इनसे कारों का लुक तक बदल जाता है। जानिए कार में कौन से मोडिफिकेशन गैरकानूनी हो सकते हैं...
1) ऑफ़्टरमार्केट एग्जॉस्ट:
कार में ऑफ़्टरमार्केट एग्जॉस्ट लगाने से आपकी कार की पावर में बदलाव आ सकता है। यह एग्जॉस्ट आपकी कार की ध्वनि और प्रदर्शन में भी परिवर्तन ला सकता है। यदि यह 80 डेसिबल से अधिक आवाज़ निकालता है, तो इसे इस्तेमाल करना कानूनी नहीं है। स्थानीय आरटीओ ऑफिस से इसके नियमों की जानकारी प्राप्त करें।
2) इंजन बदलना:
किसी भी कार के इंजन को बदलने से पहले आपको आरटीओ की मंजूरी लेनी होगी। इसके अलावा, यह भी ध्यान देना जरूरी है कि इंजन की संख्या, रजिस्ट्रेशन नंबर, और चेसिस नंबर को बदलने से पहले सभी कागज़ात का आवश्यक प्रक्रिया को पूरा किया जाए। नहीं तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
3) प्रेशर हॉर्न:
प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करना भी कानूनी नहीं है, अगर इसकी ध्वनि 100 डेसिबल से अधिक है, तो इसका इस्तेमाल कानूनी नहीं है। अक्सर आपने कई लोगों को देखा होगा कि वह कारों में हॉर्न होने के बाद भी प्रेशर हॉर्न लगाते हैं। जो कि पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इनसे इंसानों की सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है।
4) टिंटेड स्क्रीन:
कार के शीशों पर टिंटेड फिल्म लगाने से पहले यह देखना जरूरी है कि यह कानूनी है या नहीं। सामान्यत: 70% तक की पारदर्शिता की अनुमति होती है। पूरी तरह से काली फिल्में लगाने पर पर ट्रैफिक पुलिस आपके ऊपर भारी भरकम जुर्माना लगा सकती है।
5) बुल बार्स:
बुल बार्स का उपयोग कानूनी नहीं है, क्योंकि यह हादसे की संभावना को बढ़ा सकता है। बुल बार से आपकी कार को तो कम नुकसान होगा, लेकिन सामने वाले को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। यह मेटल का होता है, ऐसे में इंसानों से टकराने पर बड़ा नुकसान होता है। बुल बार का इस्तेमाल मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों के खिलाफ है। किसी भी प्रकार की मोडिफिकेशन को लागू करने से पहले गाड़ियों के स्थानीय नियमों का पालन करें, ताकि किसी भी कानूनी झमेले से बचा जा सके।