Hybrid SUV: महिंद्रा एंड महिंद्रा भारतीय बाजार में अपनी हाइब्रिड कार उतारने के लिए पूरी तरह से तैयार है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अनीश शाह ने कहा है कि हाइब्रिड टेक्नोलॉजी को करीब से ध्यान से देखा जा रहा है। उनके अनुसार, अगर ग्राहकों की मजबूत मांग सामने आती है, तो महिंद्रा हाइब्रिड व्हीकल को पेश करने के लिए तैयार होगी।
महिंद्रा की हाइब्रिड कारों पर क्या बोले एमडी?
अनीश शाह ने कहा- "हम हाइब्रिड को आईसीई का विस्तार मानते हैं, लेकिन यह थोड़ा अलग पावरट्रेन है। आगे जब जैसी आवश्यकता होगी, हम इसके साथ तैयार रहेंगे। अगर हाइब्रिड टेक्नोलॉजी में कोई अहम बदलाव होता है, जिसकी वजह से यह बहुत अधिक एक ईवी की तरह होती है, तो हम उसमें ज्यादा तेजी से कदम उठाएंगे।"
हाइब्रिड कारें बनाना थोड़ा महंगा होता है: शाह
- उन्होंने कहा कि इस समय हम अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल पर ध्यान केंद्रित करने पर काम कर रहे हैं। हम हाइब्रिड के लिए तैयार रहेंगे। कंपनी बारीकी से हाइब्रिड टेक्नोलॉजी पर नजर रख रही है और हम उस पर काम करते रहेंगे। मुझे पता है कि हाइब्रिड पर बहुत चर्चा हो चुकी है, लेकिन सरकारी सब्सिडी आमतौर पर इंडस्ट्री को एक बेहतर बनाने के लिए होती है।
- हाइब्रिड कारों के उत्सर्जन में कोई बड़ा बदलाव नहीं होता है। हालांकि, इसमें ईंधन की कमी से कुछ लाभ जरूर होता है। लेकिन यह अभी भी बहुत कम है और इसे बनाना थोड़ा महंगा है। इस तकनीक की कारों में दो पावरट्रेन होते हैं। यही वजह है कि दुनिया की सरकारों ने पिछले कुछ सालों में हाइब्रिड कारों के लिए सब्सिडी देना बंद कर दिया है।
2023 में बिक्री में हाइब्रिड की हिस्सेदारी सिर्फ 2%
टोयोटा के आक्रामक प्रयासों के चलते लगभग 78 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ हाइब्रिड सेगमेंट चर्चा में आया है। उधर, सुजुकी भी जापान ने एक कम लागत वाली हाइब्रिड कार लाने की मंशा जाहिर कर चुकी है। सुजुकी को उम्मीद है कि हाइब्रिड कारों पर जीएसटी कम हो सकता है, ताकि कंपनी को ज्यादा लाभ हो सके। साल 2023 में भारत की कुल 4.1 मिलियन कार बिक्री में हाइब्रिड मॉडल की हिस्सेदारी सिर्फ 2 प्रतिशत के आसपास रही है।
(मंजू कुमारी)