Maruti Suzuki की बिक्री स्लो: डीलर्स के पास कारों का स्टॉक बढ़ा; जानें इससे निपटने के लिए कंपनी के 3 बड़े फैसले

Maruti Suzuki Inventory stock rise
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Maruti Suzuki Inventory stock rise
Maruti Suzuki Inventory: अनसोल्ड कारों का स्टॉक बढ़ने पर मारुति सुजुकी ने अप्रैल-जून में प्रति वाहन औसत छूट को बढ़ाकर 21,700 रुपए कर दिया, जो कि जनवरी-मार्च में 14,500 रुपए थी।

Maruti Suzuki Inventory: देश की नामी कार मैन्यूफ्रैक्चरर मारुति सुजुकी ने धीमी बिक्री का सामना करते हुए अपने प्रोडक्शन में कटौती की है। कंपनी ने अपने एरीना और नेक्सा डीलरशिप्स पर बढ़े हुए स्टॉक को कम करने के लिए प्रोडक्शन कट और डीलर्स के लिए गाड़ियों की सप्लाई घटाई है। सुजुकी मोटर कॉर्प मैनेजमेंट ने निवेशकों को बताया कि वे बाजार में स्टॉक की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रोडक्शन में बदलाव कर रहे हैं और डिमांड के रुझानों पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।

दूसरी ओर, फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने डीलरशिप पर बिना बिकी कारों के स्टॉक को लेकर चिंता जताई है। साथ ही वाहन निर्माताओं से उत्पादन को तर्कसंगत बनाने की सलाह दी है।

मारुति के स्टॉक में क्यों आई बढ़ोतरी, जानें बड़ी बातें?

  • डीलर्स को वाहनों की आपूर्ति में गिरावट: जुलाई में मारुति सुजुकी के डीलर्स को घरेलू यात्री वाहनों की सप्लाई में पिछले साल की तुलना में करीब 10% की गिरावट आई है। अप्रैल से जुलाई के बीच भी गाड़ियों के वॉल्यूम में 2% की गिरावट दर्ज की गई।
  • डीलर्स ने पेश किए भारी डिस्काउंट ऑफर: डीलरशिप्स पर अनसोल्ड व्हीकल्स का स्टॉक बढ़ने से मारुति सुजुकी ने अप्रैल-जून की अवधि में प्रति वाहन औसत छूट को बढ़ाकर 21,700 रुपए कर दिया, जो कि जनवरी-मार्च में 14,500 रुपए थी।
  • क्या है इन्वेंट्री लेवल: जून के आखिर में मारुति की डीलरशिप्स पर औसतन 37 दिनों का स्टॉक मौजूद था, जबकि सामान्य तौर पर 30 दिनों का स्टॉक स्टैंडर्ड माना जाता है। कंपनी के कॉर्पोरेट अफेयर्स के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर राहुल भारती ने कहा कि इन्वेंट्री का स्तर कुछ ज्यादा है, लेकिन इसे मैनेज किया जा सकता है।


भारत में इन्वेंट्री को एडजस्ट करना पड़ेगा: मारुति
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुजुकी मोटर कॉर्प मैनेजमेंट ने बताया कि भारत में इन्वेंट्री को एडजस्ट करने की जरूरत है, हालांकि अप्रैल-जून की तुलना में जुलाई में खुदरा बिक्री (रिलेट सेल्स) में कुछ सुधार हुआ है और अप्रैल-जुलाई की अवधि में पिछले साल की तुलना में 3% की बढ़ोतरी देखी गई है। हालांकि, कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के पहले दो महीनों में गाड़ियों का प्रोडक्शन बढ़ाया है, लेकिन जून से फिर प्रोडक्शन में कटौती शुरू कर दी गई है।

(मंजू कुमारी)

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