Maruti cars became expensive: मारुति सुजुकी अपनी कारों की कीमतें बढ़ाने जा रही है। बढ़ी हुई कीमतें 16 जनवरी 2024 से लागू होंगी। भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने आज मंगलवार को यह बात कही है। इसके पीछे कंपनी ने मुद्रास्फीति और कमोडिटी प्राइस राइज को जिम्मेदार बताया है।
कंपनी की तरफ से कहा गया है कि सभी मॉडल की कारों में अनुमानित 0.45 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। इस आंकड़े की गणना दिल्ली में मॉडलों की एक्स-शोरूम कीमतों के आधार पर की जाती हैं। कंपनी ने पिछले साल अप्रैल में भी ऐसा फैसला लिया था। कंपनी ने अपने सभी बिजनेस मॉडल की कीमतें बढ़ा दी थीं।
कंपनी एंट्री-लेवल हैचबैक ऑल्टो से लेकर मल्टी-यूटिलिटी वाहन इनविक्टो तक वाहनों की एक विविध रेंज पेश करती है। इन वाहनों की कीमत ₹3.54 लाख से ₹28.52 लाख (एक्स-शोरूम दिल्ली) के बीच है। एनएसई पर मारुति सुजुकी के शेयर 1.13% बढ़कर ₹10,201.05 पर कारोबार कर रहे थे। पिछले एक साल में स्टॉक में करीब 22% की तेजी आई है।
जापान की सुजुकी मोटर कंपनी छोटे कार सेगमेंट में सुस्त बिक्री से जूझ रही है, क्योंकि इसके पारंपरिक ग्राहकों की आय का स्तर कार और इसके उत्पादों की बढ़ती कीमतों से बहुत कम हो गया है। सीधे तौर पर कहा तो कंपनी ने बढ़ती मंहगाई के चलते यह कदम उठाया है।
विश्लेषकों को उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष में यात्री वाहन की बिक्री मिड-सिंगल डिजिट के आसपास बढ़ेगी। अगले वित्तीय वर्ष में और धीमी हो जाएगी, क्योंकि पिछले वित्तीय वर्ष में कोविड के कारण मांग में बढ़ोतरी के कारण बिक्री में वृद्धि हुई थी।
भारत में वाहन निर्माता मौसमी छूट के साथ ग्राहकों को लुभाने की कोशिश के बाद हर साल जनवरी में अपने वाहनों की कीमतें बढ़ाते हैं।
साल के अंत को ध्यान में रखते हुए, एंट्री-लेवल वाहनों की कम मांग के साथ, मारुति ने दिसंबर 2023 में अपने कम कीमत वाले मॉडलों पर छूट 40 -45% तक बढ़ा दी। फिर भी, मारुति की थोक बिक्री में नरमी के कारण दिसंबर में ऑल्टो और सेलेरियो जैसी छोटी कारों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 29% कम रही।