Adani-Paytm: विजय शेखर शर्मा की कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने बुधवार को पेटीएम (Paytm) में हिस्सेदारी बेंचने की खबरों को निराधार बताया। मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए कंपनी मैनेजमेंट ने कहा कि अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी द्वारा पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस में हिस्सेदारी खरीदने के जुड़ी खबरें महज केवल अटकलें हैं। इस संबंध में किसी से कोई चर्चा नहीं हो रही है।

पेटीएम की पेरेंट्स कंपनी ने जारी किया बयान
वन97 कम्युनिकेशंस ने आधिकारिक बयान में कहा- "हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स महज अटकलों पर आधारित हैं और इसे लेकर किसी से कोई चर्चा नहीं हो रही है। हमने हमेशा सेबी (लिस्टिंग ऑब्लिगेशंस एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) रेगुलेशंस, 2015 के तहत अपने दायित्वों का पालन करते हुए खुलासे किए हैं और आगे भी करते रहेंगे।"

अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में क्या है दावा?

  • टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि अडाणी ग्रुप वन97 कम्युनिकेशंस में हिस्सेदारी खरीदने की योजना बना रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पेटीएम फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने मंगलवार को अहमदाबाद में गौतम अडाणी से मुलाकात की, ताकि इस डील को फाइलन किया जा सके। अडाणी वन97 कम्युनिकेशंस में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए पश्चिम एशियाई फंड्स के साथ संपर्क में हैं। 
  • वन97 कम्युनिकेशंस में विजय शेखर शर्मा की हिस्सेदारी करीब 19 फीसदी है, जिसकी कीमत 4,218 करोड़ रुपए है। जबकि Paytm में उनकी डायरेक्ट होल्डिंग 9 फीसदी है और एक्स्ट्रा 10 फीसदी रेजिलिएंट एसेट मैनेजमेंट के जरिए है, जो एक विदेशी यूनिट है। वन97 के स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग्स के मुताबिक, विजय शेखर शर्मा और रेजिलिएंट दोनों इन कंपनियों के सार्वजनिक शेयरधारक हैं।

2021 में वन97 कम्युनिकेशंस लाई थी दूसरा सबसे बड़ा IPO 
वन97 कम्युनिकेशंस के अन्य प्रमुख शेयरधारकों में 15 फीसदी हिस्सेदारी के साथ सैफ पार्टनर्स, 10 फीसदी हिस्सेदारी के साथ जैक मा की एंटफिन नीदरलैंड्स और कंपनी के डायरेक्टर्स ग्रुप की 9 फीसदी हिस्सेदारी हैं। विजय शेखर शर्मा ने 2007 में वन97 कम्युनिकेशंस की शुरुआत की थी। कंपनी 2021 में देश का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आई थी और मौजूदा समय में इसका मार्केट कैपेटिलाइजेशन 21,000 करोड़ रुपए से अधिक है।

Paytm इस साल 5000 से ज्यादा कर्मचारी को निकालेगी
अपनी लागत को कम करने के लिए पेटीएम मौजूदा वित्त वर्ष में अपने कमर्चारियों की संख्या में 15-20 फीसदी की कटौती कर सकती है। पिछले फाइनेंशियल ईयर में कंपनी ने औसतन 32,798 कर्मचारियों को अपने रोस्टर में रखा था, जिसमें से 29,503 एक्टिव तौर पर काम कर रहे थे। इनमें से हर कर्मचारी के लिए औसत लागत 7,87,000 रुपए थी। वित्त वर्ष 2024 में कुल खर्च सालना आधार पर 34 प्रतिशत बढ़कर 3,124 करोड़ रुपए हो गया और प्रति कर्मचारी औसत लागत बढ़कर 10,60,000 रुपए पहुंचने का अनुमान है। पेटीएम ने बढ़ते नुकसान के मद्देनजर 400-500 करोड़ रुपये की बचत के टारगेट के साथ इंप्लॉयी कॉस्ट में कटौती की योजना शुरू की है। इसके तहत 5,000-6,300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है।

Paytm का यूपीआई लाइट वॉलेट पर फोकस
पिछले दिनों वन97 कम्युनिकेशंस ने कम-मूल्य वाले ट्रांजैक्शन के लिए यूपीआई (UPI) लाइट वॉलेट पर फोकस बढ़ाने की बात कही थी। पेटीएम ने यह निर्णय आरबीआई द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर ताजा क्रेडिट स्वीकार करने पर प्रतिबंध लगाने के बाद लिया। वर्तमान में ग्राहक अपने पेटीएम वॉलेट में मौजूद शेष रकम को किसी अन्य वॉलेट या बैंक खाते में निकाल या ट्रांसफर कर सकते हैं। शेष रकम खत्म होने पर आरबीआई निर्देशों के अनुसार वे पेटीएम वॉलेट में पैसे नहीं जोड़ पाएंगे।