Tirupati Laddu Row: आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में इस्तेमाल किए गए 'मिलावटी घी' को लेकर फैल रही भ्रामक जानकारी को लेकर अमूल ने FIR दर्ज कराई है। अमूल की मूल कंपनी के प्रबंध निदेशक (MD) जयेन मेहता ने रविवार को कहा कि कुछ लोग यह झूठ फैला रहे थे कि मंदिर से प्रसाद में इस्तेमाल हुआ घी अमूल का था। अमूल ने भ्रामक और झूठी जानकारी फैलाने वाले अभियान के खिलाफ अहमदाबाद की साइबर क्राइम शाखा में केस दर्ज कराया है।
अमूल के प्रोडक्ट हाई क्वालिटी और शुद्ध हैं: MD
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जयेन मेहता ने बताया कि तिरुपति बालाजी मंदिर में उपयोग किए गए घी को मिलावटी बताकर, यह गलत जानकारी फैलाई जा रही थी कि यह अमूल का था। मेहता ने कहा- "हमारे प्रोडक्ट उच्चतम गुणवत्ता के होते हैं और हम कड़ी क्वालिटी चेक से गुजरते हैं। 36 लाख परिवार अमूल से जुड़े हुए हैं, और उनके हितों की रक्षा के लिए हम इस प्रोपेगेंडा के खिलाफ खड़े हैं।'' मेहता ने स्पष्ट किया कि अमूल ने कभी भी तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को घी की सप्लाई नहीं की है।
'फेस सोशल मीडिया अकाउंट्स से फैलाई जा रहा झूठ'
अहमदाबाद पुलिस की साइबर क्राइम डीसीपी लवीना सिन्हा ने बताया कि अमूल की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर ली गई है और यह गलत जानकारी सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट्स से फैलाई जा रही थी।
मुख्यमंत्री नायडू के आरोप से हुआ तिरुपति प्रसाद विवाद
इस विवाद की शुरुआत आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के आरोप से हुई, जिसमें उन्होंने तिरुपति मंदिर में इस्तेमाल किए गए 'प्रसादम' में घटिया सामग्री, जिसमें जानवरों की चर्बी शामिल थी, के उपयोग का दावा किया। उनके इस आरोप पर मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि नायडू धार्मिक मुद्दों पर राजनीति कर रहे हैं।