Upcoming IPO: बजाज हाउसिंग फाइनेंस लेकर आ रही है आईपीओ, 9 से 11 सितंबर तक खुलेगा, जानें डिटेल?

बजाज हाउसिंग फाइनेंस सितंबर 2015 से नेशनल हाउसिंग बैंक के साथ रजिस्टर हुई थी। यह प्रॉपर्टीज को खरीदने और रिनोवेट करने के लिए फाइनेंशियल सर्विस देती है।

Updated On 2024-09-02 12:52:00 IST
Bajaj Housing Finance IPO

Bajaj Housing Finance IPO: बजाज हाउसिंग फाइनेंस इसी महीने स्टॉक मार्केट में डेब्यू करेगी। इसके लिए कंपनी ने इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं। बजाज हाउसिंग के 6560 करोड़ रुपए के आईपीओ के लिए 9 सितंबर से बोलियां शुरू होंगी और यह तीसरे दिन 11 सितंबर को बंद हो जाएगा। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) में मुताबिक, एंकर इन्वेस्टर्स के लिए बोली 6 सितंबर को खुलेगी। बता दें कि पिछले दिनों आधार हाउसिंग फाइनेंस और इंडिया शेल्टर फाइनेंस स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हुई हैं। 

NBFCs की लिस्टिंग के लिए क्या है RBI का नियम?
बजाज हाउंसिंग के आईपीओ में 3,560 करोड़ रुपए तक के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और 3,000 करोड़ रुपए के शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बजाज फाइनेंस देगी। इस आईपीओ को रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों का पालन करने के लिए लाया जा रहा है, जो गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) को सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग होने की बाध्यता रखता है।

क्या करती है बजाज हाउसिंग फाइनेंस?
बजाज हाउसिंग फाइनेंस एक गैर-डिपॉजिट लेने वाली हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है, जो सितंबर 2015 से नेशनल हाउसिंग बैंक के साथ रजिस्टर हुई थी। यह रेसिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टीज को खरीदने और रिनोवेट करने के लिए फाइनेंशियल सर्विस प्रदान करती है। RBI ने इसे देश में "अपर लेयर" एनबीएफसी के रूप में कैटेगराइज किया है। इसके प्रोडक्ट्स में होम लोन, लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टीज, लीज रेंटल डिस्काउंटिंग और डेवलपर फाइनेंसिंग शामिल हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने 1,731 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष के 1,258 करोड़ रुपए से 38 फीसदी ज्यादा है।

आधार हाउसिंग और इंडिया शेल्टर की लिस्टिंग पूरी

  • बता दें कि पिछले दिनों आधार हाउसिंग फाइनेंस और इंडिया शेल्टर फाइनेंस ने स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग की है। जून में बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने सेबी के पास 7,000 करोड़ रुपए के आईपीओ के लिए शुरुआती दस्तावेज दाखिल किए थे, जिसमें 4,000 करोड़ रुपए के ताजा शेयर और 3,000 करोड़ रुपए का ओएफएस शामिल था। 
  • इस महीने की शुरुआत में बाजार नियामक ने कंपनी के आईपीओ को मंजूरी दी। कंपनी ने आईपीओ मैनेजमेंट के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड और जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के तौर पर नियुक्त किया है।

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