Shri Krishna Janmashtami: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन मौके पर मध्य प्रदेश सहित देशभर की बाजारों में करीब 25 हजार करोड़ रुपए की बिक्री का अबतक का अनुमान है। पावन पर्व सोमवार को बेहद धूमधाम से मनाया गया है। मंगलवार को भी अधिकांश मंदिरों में सजावट बनी रहेगी और भगवान की पूजा पाठ होगी। मंगलवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर साधु संतों का उपवास रहता है।
बड़े पैमाने पर बिक्री
देर रात को भगवान के जन्म के बाद अधिकांश लोग उस दिन उपवास रखते हैं। मंदिरों के साथ ही लोगों ने भी अपने घरों के मंदिरों एवं पूजा स्थलों को सुंदर तरीके से सजाया है। इस विशेष पर्व पर कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि इस महत्वपूर्ण त्यौहार पर फूल, फल, मिठाई, भगवान की पोशाक, श्रृंगार का सामान, व्रत की मिठाइयां, दूध-दही, माखन तथा ड्राई फ्रूट की बड़े पैमाने पर बिक्री हुई।
त्यौहार देश की इकोनॉमी के लिए बेहद महत्वपूर्ण
खंडेलवाल ने बताया कि जन्माष्टमी जैसे त्यौहार देश की इकोनॉमी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. इनसे इकोनॉमी को मजबूत करने में मदद मिलती है। बता दें कि भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव पर श्रीकृष्ण से जुड़ी चीजों और रंग बिरंगी पोशाक से बाजार सजा रहा। इसमें बांसुरी, पगड़ी, पालने और गोपाल जी की मूर्तियों के अलावा लाल, पीली, हरी, नीली, गुलाबी रंगों की पोशाक की खूब मांग रही।
लड्डू गोपाल की मूर्तियों की बिक्री
देशभर के ज्वैलर्स की दुकानों पर जन्माष्टमी के लिए सोने-चांदी की ठोस मूर्तियां, हार, कड़ा, कंठी, मुरली, मुकुट के अलावा चांदी की प्लेट, पालना, भगवान के आचमन के लिए जल भरने वाले कलश सहित पीतल के लड्डू गोपाल की मूर्तियों की बिक्री हुई तो पूजन सामग्री का व्यापार 40 फीसदी तक अधिक रहा। सराफा कारोबारी नवनीत अग्रवाल ने कहा कि सोमवार को भोपाल शहर के बाजारों में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही है और लोगों ने जमकर खरीदारी की।