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Domestic Airfares: एयरलाइंस की बढ़ी हुई क्षमता और तेल की कीमतों में हालिया गिरावट को हवाई किराया कम होने के कारकों में से एक माना जाता है।

Domestic Airfares: इस दिवाली सीजन में देश के घरेलू हवाई मार्गों पर किराए में 20-25% की गिरावट आई है, जिससे यात्रियों को राहत मिल सकती है। एक एनालिसिस के अनुसार, उड़ानों की बढ़ती क्षमता और हाल ही में तेल की कीमतों में आई गिरावट को इसका प्रमुख कारण माना जा रहा है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में बढ़ते जियो-पॉलिटिकल टेंशन के बीच तेल कीमतें थोड़ी ऊपर की ओर हैं, जो भविष्य में हवाई किराये पर असर डाल सकती हैं। 

एयरफेयर से जुड़ी अहम जानकारी 

  • घरेलू उड़ानों के औसत किराए में 20-25% की कमी आई है। यह किराए एकतरफा उड़ानों के लिए 30 दिन पहले बुकिंग के आधार पर हैं। बेंगलुरु-कोलकाता रूट पर हवाई किराया 38% घटकर ₹6,319 हो गया है, जो पिछले साल ₹10,195 था।
  • चेन्नई-कोलकाता रूट पर किराया 36% की कमी के साथ ₹5,604 हो गया है। मुंबई-दिल्ली उड़ान का औसत किराया 34% घटकर ₹5,762 हो गया है, जबकि दिल्ली-उदयपुर रूट पर यह ₹7,469 हो गया है, जो पिछले साल ₹11,296 था।
  • दिल्ली-कोलकाता, हैदराबाद-दिल्ली और दिल्ली-श्रीनगर रूट्स पर भी औसत किराया 32% कम हुआ है। हालांकि, कुछ रूट्स पर किराए में बढ़ोतरी भी हुई। अहमदाबाद-दिल्ली रूट पर किराया 34% बढ़कर ₹8,758 हो गया, जबकि मुंबई-देहरादून का किराया 33% महंगा होकर ₹15,527 हो गया।

पिछले साल इसलिए बढ़ा था हवाई किराया?
ixigo ग्रुप के सीईओ अलोक बाजपेई ने बताया कि पिछले साल दिवाली के समय किराए में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी, क्योंकि गो फर्स्ट एयरलाइन की सेवाएं निलंबित होने के कारण उड़ानों की संख्या कम थी। इस साल अतिरिक्त उड़ानों के चलते किराए में 20-25% की गिरावट आई है। इसके अलावा, तेल की कीमतों में 15% की कमी भी किराए घटने का एक बड़ा कारण है। जिससे यात्रियों को फेस्टिव सीजन में ज्यादा किफायती ऑप्शन मिल रहे हैं।

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