ED to probe fresh money laundering charges against Paytm: देश में डिजिटल फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर की नामी कंपनी पेटीएम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। विजय शेयर शर्मा की कंपनी (One 97 Communications) की सहयोगी Paytm के खिलाफ भारतीय रिजर्व बैंक ने सख्त फैसले लिए हैं। पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payment Bank) के खातों की केवायसी प्रक्रिया के नियमों के उल्लंघन और लेनदेन की सही जानकारी नहीं देने का आरोप है। आरबीआई के निरीक्षण में कई ऐसे मामले भी मिले हैं। जहां एक पैन नंबर पर 1000 हजार से अधिक अकाउंट्स खोले गए। ऐसे में सरकार और जांच एजेंसियों को मनी लॉन्ड्रिंग का भी शक है।
Patym मामले पर क्या बोले राजस्व सचिव?
न्यूज एजेंसी Reuters के मुताबिक, राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने शनिवार को कहा कि अगर आरबीआई की ओर से जांच में पेटीएम के खिलाफ कोई भी नए मनी लॉन्ड्रिंग या फंड हेराफेरी के आरोप मिलते हैं तो कानून के अनुसार पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच कराएंगे। इसमें आर्थिक अपराध नियंत्रण एजेंसी (ED) यानी प्रवर्तन निदेशालय की भी मदद ली जा सकती है।
4 साल में तीसरी बार Paytm पर कार्रवाई
बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बुधवार को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के सेविंग, करंट अकाउंट्स समेत पॉप्यूलर ऑनलाइन वॉलेट और फास्टैग में नए डिपॉजिट पर रोक लगाने का आदेश दिया है। यह प्रतिबंध 1 मार्च से लागू होगा। दूसरी ओर, नियमों के लगातार उल्लंघन को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) पेटीएम पेमेंट बैंक का लाइसेंस रद्द कर सकता है। चार साल में यह तीसरा मौका है जब पेमेंट बैंक पर RBI का चाबुक चला है। एक आला अधिकारी ने कहा है कि अभी आरबीआई ने इस पर कोई फैसला नहीं मिला, लेकिन 29 जनवरी के बाद यह पेटीएम के रिप्रेजेंटेशन पर निर्भर करेगा। (पढ़ें पूरी खबर...)
पेमेंट बैंक के 51% शेयर होल्डर हैं विजय शेखर
पेटीएम ऐसा डिजिटल फाइनेंस सर्विस प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है, जिससे देश के हर शहर में छोटे से लेकर बड़े व्यापारी तक जुड़े हुए हैं। लेकिन आरबीआई की कार्रवाई के बाद अब पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड ऐसा प्रतिबंधित बैंक बन गया है, जो सिर्फ पैसा जमा कर सकता है। लेकिन कर्ज नहीं बांट सकता है। बता दें कि वन 97 कम्युनिकेशन लिमिटेड पेटीएम पेमेंट बैंक की पेरेंट कंपनी है। इसमें विजय शेखर शर्मा की 51 फीसदी हिस्सेदारी है।