Electoral Bonds Data: भारत के राजनीतिक दलों को इलेक्टोरल बॉन्ड (चुनावी बॉन्ड) से मिला डेटा 14 मार्च को इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर सार्वजनिक किया गया। इसमें देश के कई बड़े कारोबारी घरानों के नाम शामिल हैं, जिन्होंने पॉलिटिकल फंडिंग की है। लेकिन डोनर्स के डेटा में एक ऐसी कंपनी भी है, जिसके पाकिस्तानी होने का दावा सोशल मीडिया में किया जा रहा है। इस कंपनी का नाम हब पावर कंपनी (Hub Power Company) है।
आपको बता दें कि जब हरिभूमि ने इस बारे में सोशल मीडिया के दावों की पड़ताल की तो सामने आया कि यह कंपनी पाकिस्तानी नहीं, बल्कि दिल्ली के गांधी नगर में रजिस्टर्ड है। हब पावर कंपनी (Hub Power Company) की डिटेल जीएसटी पोर्टल पर (GST- 07BWNPM0985J1ZX) भी मौजूद है। यह कंपनी नवंबर, 2018 में पोर्टल पर रजिस्टर हुई थी।
पाकिस्तान में भी मिलते-जुलते नाम की कंपनी
सोशल मीडिया के दावों की पड़ताल के दौरान एक दूसरा फैक्ट भी सामने आया। पता चला कि पाकिस्तान में भी इससे मिलते जुलते नाम की एक पावर कंपनी है, जिसका नाम 'हब पावर कंपनी लिमिटेड' (HUBCO) है। यह एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी है, जो पाकिस्तान के कंपनी ऑर्डिनेंस 1984 के तहत 26 मार्च 2015 को स्थापित हुई थी। अब इसे इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा में शामिल बताया जा रहा है। दावा है कि पाकिस्तानी कंपनी HUBCO ने राजनीतिक दलों को डोनेशन देने के लिए 95 लाख रुपए के चुनावी बॉन्ड खरीदे थे।
चुनावी चंदे को पुलवामा अटैक से जोड़ा जा रहा
इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स से पता चलाता है कि यह चंदा पाकिस्तानी नहीं, बल्कि दिल्ली में रजिस्टर्ड हब पावर कंपनी ने दिया है। तब कंपनी ने डोनेशन के लिए 18 अप्रैल, 2019 को एसबीआई से बॉन्ड खरीदे थे। उस समय भारत में लोकसभा चुनाव चल रहे थे। इसलिए डोनेशन को पाकिस्तानी कंपनी से जोड़ा जा रहा है। सोशल मीडिया में पाकिस्तान फंडिंग को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। जो हमारी पड़ताल में गलत पाए गए।
सोशल मीडिया में पाकिस्तानी कंपनी के दावे?
समाजवादी प्रहरी @SP_Prahari नाम के X हैंडल से इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा के डोनर्स में पाकिस्तानी कंपनी के शामिल होने का दावा किया गया। साथ ही चुनावी चंदे को पुलवामा में 40 भारतीय जवानों की शहादत से जोड़कर सवाल खड़े किए।
राजेंद्र तिवारी RajendraMVTiwari @rtiwaari ने लिखा- क्या मियां नवाज शरीफ ने भी मित्रता निभाई.... HUB Power company के जरिए #चंदा_दो_धंधा_लो
संदीप सिंह @KaunSandeep नाम के हैंडल से भी इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा के डोनर्स में पाकिस्तानी कंपनी के शामिल होने की बात कही गई।