Flights Bomb Threat: हाल के दिनों में देश में ऑपरेट करने वाली कई एयरलाइनों को सैकड़ों बम धमकियां मिली हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने इन धमकियों को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स X और Meta को फटकार लगाई है। मिनिस्ट्री ने कहा कि X के जरिए कई बार बम होने कीअफवाहें फैलाई गईं। इससे ऐसा लगता है कि जैसे X अपराधों को उकसा रहा है। मंत्रालय ने X के प्रतिनिधियों से पूछा कि अफवाहों को रोकने के लिए प्लेटफॉर्म ने कौन से कदम उठाए हैं।
एस भोंदवे की अध्यक्षता में हुई वर्चुअल बैठक
संयुक्त सचिव संकेट एस भोंदवे की अध्यक्षता में एक वर्चुअल बैठक हुई जिसमें एयरलाइनों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X और मेटा के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। अधिकारियों ने बताया कि 120 से अधिक भारतीय फ्लाइट्स को पिछले कुछ दिनों में बम धमकियां मिली हैं, और कल ही 30 फ्लाइट्स को ऐसी धमकियां प्राप्त हुई थीं।
धमकियों की वजह से यात्रियों में घबराहट
सरकार ने बताया कि इन धमकियों के चलते यात्रियों में घबराहट फैल गई है। यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गया है। इंटरनेशनल रूट्स पर उड़ान भरने वाले कई एयरलाइन्स को विमानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। इन धमकियों के कारण फ्लाइट्स डायवर्ट की गई हैं।
स्थिति पर काबू पाने में जुटी है केंद्र सरकार
नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि सरकार यात्रियों की सुरक्षा से समझौता किए बिना इस स्थिति को काबू करने की कोशिश कर रही है। उड्डयन मंत्री ने चेतावनी दी है कि झूठी धमकियों को फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसी धमकी देने वाले लोगों को जल्द ही नो-फ्लाई लिस्ट में डाला जा सकता है।
विमानन सुरक्षा कानून में किया जाएगा संशोधन
इन धमकियो के बाद सरकार विमानन सुरक्षा अधिनियम में संशोधन की योजना बना रही है ताकि उन अपराधों पर भी कार्रवाई हो सके जो जमीन पर होती हैं। फिलहाल, विमानन सुरक्षा के नियम मुख्य रूप से इन-फ्लाइट अपराधों को कवर करते हैं। इसके लिए मौजूदा कानूनों में कौन कौन से बदलाव किए जाएंगे इस बात को लेकर विभिन्न विमानन एजेंसियों से चर्चा की जा रही है।
देश के हवाईअड्डों पर बढ़ा दी गई है सुरक्षा
मंत्री ने कहा, "हम कानून में संशोधन करने के लिए काम कर रहे हैं ताकि विमान के जमीन पर रहते समय होने वाले अपराधों को भी संज्ञेय अपराध माना जा सके।" उन्होंने यह भी कहा कि जांच के बिना किसी भी तरह की साजिश का अंदेशा अभी तक पुख्ता नहीं किया जा सकता।इस बीच, हवाई अड्डों पर सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है और सीसीटीवी कैमरों की संख्या भी बढ़ाई गई है ताकि निगरानी और सख्त हो सके।