Gold Rate Today: पिछले कुछ महीनों से सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा था, जिसने निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों दोनों की दिलचस्पी को बढ़ाया। लेकिन 23 अप्रैल 2025 को इस रुझान में अचानक बदलाव आया जब सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट 22 अप्रैल को दर्ज किए गए रिकॉर्ड उच्च स्तर के ठीक बाद आई, जिससे यह संकेत मिलता है कि बाजार में एक स्वाभाविक करेक्शन हो रहा है।
भारत में सोने की कीमतें लंबे समय से वैश्विक आर्थिक हालात, डॉलर की मजबूती और जियोपॉलिटिकल तनावों से प्रभावित होती रही हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही परिदृश्य सामने आया है। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव और टैरिफ विवादों ने अंतरराष्ट्रीय सोने की कीमतों को अस्थिर बना दिया है। इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है, जहां 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम से घटकर ₹98,500 पर आ गई है।
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प्रमुख शहरों में सोने के भाव
23 अप्रैल को दिल्ली, जयपुर और लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोने का भाव ₹98,500 और 22 कैरेट का भाव ₹90,300 प्रति 10 ग्राम रहा। वहीं मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और पटना जैसे शहरों में 24 कैरेट की कीमत ₹98,350 और 22 कैरेट की ₹90,150 रही। हरिद्वार में थोड़ा अंतर देखा गया जहां 24 कैरेट का भाव ₹99,469 और 22 कैरेट का ₹91,113 दर्ज किया गया।
चांदी ने बढ़ाया आकर्षण
सोने के मुकाबले चांदी ने इस दिन निवेशकों को थोड़ा ज्यादा आकर्षित किया। 23 अप्रैल को चांदी की कीमत ₹1,01,000 प्रति किलोग्राम रही, जो एक दिन पहले के मुकाबले बढ़ोतरी को दर्शाती है। इसका एक प्रमुख कारण बाजार में चांदी की मांग में वृद्धि और औद्योगिक उपयोग में उसका व्यापक प्रयोग रहा।
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निवेशकों के लिए संकेत
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक आर्थिक हालात स्थिर रहते हैं तो अगले कुछ महीनों में सोने की कीमत ₹75,000 तक नीचे आ सकती है। हालांकि, यदि अमेरिका-चीन तनाव और बढ़ता है, तो इसकी कीमत ₹1,38,000 प्रति 10 ग्राम तक भी जा सकती है। ऐसे में निवेशकों के लिए यह समय बेहद सतर्कता से निर्णय लेने का है।
संक्षेप में, सोने और चांदी दोनों की कीमतें वर्तमान में वैश्विक परिस्थितियों के प्रभाव में हैं। इस समय निवेशकों को बाजार पर बारीकी से नजर रखते हुए समझदारी से कदम उठाने की जरूरत है।
(कीर्ति)