Atal Pension Yojana: केंद्र सरकार अटल पेंशन योजना (APY) के तहत न्यूनतम पेंशन राशि में बढ़ोतरी कर सकती है। इससे देश के असंगठित क्षेत्र के लाखों कामगारों को लाभ मिलेगा। पिछले दिनों पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) चेयरमैन दीपक मोहंती ने राशि बढ़ाने को लेकर सरकार को पत्र लिखा। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस प्रस्ताव पर अंतरिम बजट में या उसके बाद निर्णय की उम्मीद है। अटल पेंशन योजना में इस साल जनवरी तक 5.3 करोड़ से अधिक अंशधारक जुड़ चुके हैं।
20 साल बाद इतनी नहीं रहेगी राशि की वैल्यू
मोहंती ने पिछले साल सितंबर में कहा था, "हमने सरकार से पेंशन सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया था। गारंटेड पेंशन के लिए सरकार को बजट में प्रस्ताव करना होता है। यदि पेंशन राशि बढ़ाई जाती है, तो इसके लिए रकम की व्यवस्था भी बढ़ानी होगी। ज्यादा पेंशन का वादा पूरा करने के लिए वास्तव में ज्यादा धन का इंतजाम करना होगा। इसलिए हमने न्यूनतम पेंशन राशि की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था क्योंकि मौजूदा राशि की कीमत 20 साल बाद इतनी ही नहीं रहेगी।"
केंद्र सरकार दे रही न्यूनतम पेंशन की गारंटी
अटल पेंशन योजना में जनवरी माह तक 5.3 करोड़ से अधिक अंशधारक हैं। उनके द्वारा 33,056 करोड़ रुपए की राशि कराई जा चुकी है। योजना के दायरे में आने वाले करीब 45 करोड़ लाभार्थी असंगठित क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। केंद्र सरकार ने योजना की शुरुआत जून 2015 में की थी, तब से असंगठित क्षेत्र के कामगारों को गारंटेड पेंशन और स्वास्थ्य बीमा जैसी सामाजिक सुरक्षा का फायदा मिल रहा है। न्यूनतम पेंशन की गारंटी सरकार की ओर से दी जा रही है। अंशदान के 50 फीसदी या 1,000 रु. सालाना की जो भी राशि कम होती है, वह सरकार देती है।
आपको 60 साल में ऐसे मिलेगी 5000 रु. पेंशन
APY योजना में शामिल होने के लिए आवेदक की आयु 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए। अटल पेंशन योजना में अंशदान करने पर उम्र 60 साल होने के बाद उन्हें हर महीने कम से कम 1,000 से लेकर 5,000 रुपए तक की पेंशन मिलेगी। अगर 18 साल में कोई कामगार योजना का हिस्सा बनता है तो हर माह न्यूनतम 1,000 रुपए पेंशन पाने के लिए उसे हर महीने 42 रु. अंशदान करना होगा। इसी प्रकार 5,000 रुपए पेंशन पाने के लिए योजना की अवधि में प्रति माह 210 रुपए देने होंगे।