EV Sales: देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल (टू और थ्री व्हीलर) की बिक्री मार्च महीने में करीब 1.5 लाख यूनिट तक पहुंच सकती है। कई कंपनियों ने डिस्काउंट ऑफर पेश किए हैं, जो कि 31 मार्च 2024 को खत्म हो रहे हैं। इसके बाद मार्च के मुकाबले अप्रैल से इलेक्ट्रिक व्हीकल सेलिंग की रफ्तार धीमी पड़ने की संभावना है। हालांकि, कई डीलर्स और निर्माताओं का अनुमान है कि ग्राहक तेजी के चलते डीलरशिप बढ़ती जा रही है।
फरवरी में बिके थे 1.3 साल इलेक्ट्रिक व्हीकल
दूसरी ओर, आगामी सब्सिडी में कटौती के कारण, ई-वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, इस महीने इलेक्ट्रिक व्हीकल (टू और थ्री व्हीलर) की बिक्री 1.5 लाख यूनिट्स को पार कर सकती है। जबकि पिछले महीने फरवरी में कुल 1.3 लाख यूनिट्स ई-व्हीकल की सेलिंग हुई थी। इनमें से 82,000 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन और करीब 50,000 इलेक्ट्रिक तीन-पहिया शामिल थे।
अगले साल ई-वाहनों की बिक्री में 8-10% उछाल संभव
केंद्र सरकार ने ई-रिक्शा, इलेक्ट्रिक ऑटो और ई-कार्ट को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन राशि को अब 5,000 रुपए प्रति kWh तक कर दिया है। रेटिंग एजेंसियों के मुताबिक, सब्सिडी कम होने से ई-व्हीकल मार्केट में अस्थायी मंदी आ सकती है। लेकिन यह लंबे समय तक जारी रहे, इसकी संभावना कम है। एक अनुमान के मुताबिक, अगले साल ई-वाहनों की बिक्री में 8-10 प्रतिशत का उछाल देखने को मिलेगा।
भविष्य को लेकर एजेंसियों ने जताया अनुमान
CRISIL Ratings (क्रिसिल रेटिंग्स) के सीनियर डायरेक्टर अनुज सेठी कहते हैं कि सब्सिडी कम होने से इलेक्ट्रिक टू व्हीलर बाजार में अस्थायी मंदी आ सकती है। लेकिन यह कम वक्त के लिए होगी। निकट भविष्य में कम लागत वाले इलेक्ट्रिक दोपहिया मॉडल पेश हो सकते हैं। लेकिन इनकी रफ्तार और फीचर्स में कटौती आ सकती है।