Mutual Funds Strategy: आए दिन बढ़ती महंगाई और काम के प्रेशर में आम नौकरीपेशा के लिए चार पैसे बचाना मुश्किल होता जा रहा है। अगर आप सही वक्त पर सही जगह पैसा लगाएंगे तो कुछ सालों में निवेश के बेहतर परिणाम आपको मिल सकते हैं। म्युचुअल फंड ऐसे ही एक निवेश का प्रकार है, जिसमें कई इन्वेस्टर्स का कैपिटल एक साझा पोर्टफोलियो में जुटाई जाती है। इसके बाद म्युचुअल कंपनी के फंड मैनेजर स्ट्रैटिजी तैयार करके इस फंड को निवेश करते हैं। कई म्यूचुअल फंड्स की एसआईपी में 12% तक रिटर्न मिल रहा है।

अगर आप म्युचुअल फंड में निवेश करने का विचार बना रहे हैं, तो पहले इन बातों को गौर से पढ़ लीजिए, नहीं तो मेहनत की कमाई बर्बाद होते देर नहीं लगेगी। 

1. निवेश का लक्ष्य तय करें: 
आपको स्वयं निवेश के लक्ष्य को स्पष्ट करना होगा। जैसे- आय की आवश्यकताएं, निवेश की अवधि और निवेश का उद्देश्य।

2. रिस्क और रिटर्न पर ध्यान दें: 
म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय रिस्क और रिटर्न को लेकर संतुलन बनाए रखने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

3. सावधानी से फंड का चयन करें: 
आजकल बाजार में कई तरह के म्युचुअल फंड जैसे- इक्विटी, डेब्ट, हाइब्रिड उपलब्ध हैं। आपको अपने आर्थिक लक्ष्यों और रिस्क टोलरेंस के आधार पर इनमें से फंड का चयनित करना है।

4. निवेशक सेवाएं और शुल्क देखें: 
म्युचुअल फंड खरीदते वक्त ब्रोकरेज हाउस की निवेशक सेवाओं, शुल्क और खर्चों को भी ध्यान में रखना चाहिए। ताकि आपकी बचत का पैसा दूसरी जगह न पहुंचे और पूरा फायदा आपको मिले। 

5. निवेशकों की सलाह जरूर लें: 
अगर आपको निवेश के बारे में पूरी तरह से जानकारी नहीं है और म्युचुअल फंड्स में पैसा लगाना चाहते हैं तो सेबी से मान्यता प्राप्त किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लेनी चाहिए। 

6. इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो मैनेजमेंट: 
अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो को मैनेज करने के लिए विभिन्न संस्थानों और फंड हाउस के प्रदर्शन की मूवेबिलिटी, फंड मैनेजर का प्रदर्शन आदि का भी अध्ययन करना चाहिए।

(डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ निवेश संबंधी जानकारी दी गई है, निवेश सलाह नहीं। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है। ऐसे में निवेश करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।)