IPO: लीडिंग प्रिसिजन इंजीनियरिंग कंपनी शिवालिक इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज ने फाइल की डीआरएचपी, जानें डिटेल

IPO: भारत की लीडिंग प्रिसिजन इंजीनियरिंग कंपनियों में से एक रायपुर बेस्ड शिवालिक इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग से फंड जुटाएगी। इसके लिए कंपनी ने मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के साथ अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। 5 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की फेस वैल्यू वाला आईपीओ फ्रेश और ऑफर फॉर सेल का मिक्स है। इसमें 335 करोड़ रुपए तक के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे और प्रमोटर और अन्य सेलिंग शेयरहोल्डर 4.13 मिलियन इक्विटी शेयर बेचेंगे। ऑफर में पात्र कर्मचारियों को सब्सक्रिप्शन के लिए रिजर्वेशन भी मिलेगा। एम्प्लॉई रिजर्वेशन पोर्शन में बोली लगाने वाले पात्र कर्मचारियों को डिस्काउंट ऑफर किया जा रहा है।
कौन हैं कंपनी के प्रमोटर
ऑफर फॉर सेल में प्रमोटर गिरिराज सिंघानिया 1,204,260 तक, राघवेंद्र सिंघानिया 1,204,260 तक, विशाल शर्मा 802,760 तक, मोहित शर्मा 211,200 तक, पंकज शर्मा 12,320 तक, ध्रुव कुमार नागवानी 220,000 तक, नवीन कुमार नागवानी 220,000 तक, और पदम कुमार नागवानी 255,200 तक इक्विटी शेयरों की बिक्री शामिल है। ऑफर बुक-बिल्डिंग प्रोसेस के माध्यम से किया जा रहा है, जिसमें योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए नेट ऑफर का 50% से अधिक उपलब्ध नहीं होगा। गैर-संस्थागत निवेशकों को आवंटन के लिए नेट ऑफर का कम से कम 15% उपलब्ध होगा। नेट ऑफर का कम से कम 35% रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स के लिए आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। फ्रेश शेयरों से जुटाई गई रकम में से 179.24 करोड़ रुपए का इस्तेमाल सोलर प्लांट लगाने के लिए किया जाएगा।
2007 में कंपनी ने शुरू किया था काम
शिवालिक इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज ने ऑटोमोटिव, एग्रीकल्चर, रेलवे और ऑफ-हाईवे इंडस्ट्रीज जैसे सेक्टर्स के लिए हाई-क्वालिटी मेटल पार्ट सहित कास्टिंग कंपोनेंट के निर्माण पर फोकस करते हुए 2007 में अपना परिचालन शुरू किया। यह मुख्य रूप से कॉमर्शियल व्हीकल्स, ट्रैक्टर्स, ऑफ-हाईवे व्हीकल्स, पाइप फिटिंग और रेल कंपोनेंट के लिए प्रिसिजन इंजीनियरिंग कंपोनेंट की सप्लाई करता है। 31 दिसंबर 2023 तक कंपनी 297 SKUs ऑफर कर रही थी। इसमें 10 किलोग्राम से 150 किलोग्राम तक के कंपोनेंट के वजन के साथ पूरी तरह से मशीनीकृत और असेंबल्ड कंडीशन में कंपोनेंट को डेवलप करने और सप्लाई करने की क्षमता है।
क्या करती है कंपनी?
कंपनी एंड-टू-एंड सॉल्यूशंस प्रदान करती है, जो डिजाइन और प्रिसिजन इंजीनियरिंग से लेकर मेल्टिंग, कास्टिंग, क्लीनिंग, मशीनिंग, असेंबली और रिवर्स इंजीनियरिंग सर्विसेज तक वर्टिकली इंटीग्रेटेड ऑपरेशन्स के माध्यम से संपूर्ण वैल्यू चेन को कवर करती है। कॉमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में यह (ब्रेक ड्रम, व्हील हब, कैरियर, ब्रैकेट, डिफरेंशियल केस और कवर, केसिंग) जैसे प्रोडक्ट को केटर करता है और ट्रैक्टर सेगमेंट के लिए यह (ट्रम्पेट्स, ट्रांसमिशन हाउसिंग, गियरबॉक्स हाउसिंग, क्लच हाउसिंग, फ्रंट एक्सल सपोर्ट, क्रैंककेस और ब्रैकेट) जैसे कंपोनेंट बनाता है। 31 दिसंबर 2023 तक यह भारत और विदेशों में 15 से अधिक OEMs को क्रिटिकल और प्रिसिजन इंजीनियरिंग कंपोनेंट की सप्लाई कर रहा था।
रेवेन्यू 64.74% बढ़कर 666 करोड़ पहुंचा
- SPSPL के गाइडेंस में, शिवालिक ने 25,000 मीट्रिक टन की इनिशियल मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी के साथ छत्तीसगढ़ में अपनी पहली फैसिलिटी खोली। इन वर्षों में, इसने अपनी क्षमता का विस्तार किया और अब तीन मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी ऑपरेट करता है और छत्तीसगढ़ में अपनी अलग, समेकित मशीनिंग इकाई स्थापित करने की प्रक्रिया में है। इंजीनियरिंग, मेल्टिंग, कास्टिंग, क्लीनिंग और मशीनिंग के लिए कुल स्थापित विनिर्माण क्षमता 83,800 मीट्रिक टन है। यह 8000MT से अधिक मासिक क्षमता वाली भारत की सबसे बड़ी फाउंड्री और मशीन शॉप्स में से एक है।
- वित्त वर्ष 2023 के दौरान ऑपरेशन से शिवालिक इंजीनियरिंग का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू पिछले साल के 404.39 करोड़ रुपए से 64.74% बढ़कर 666.21 करोड़ रुपए हो गया। मुख्य रूप से उत्पादों की बिक्री में वृद्धि के कारण ऑपरेशन के स्केल में बढ़ोतरी हुई ही। वित्त वर्ष 2022 के लिए प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 6.37 करोड़ रुपए था जो वित्त वर्ष 2023 में 479.98% बढ़कर 36.97 करोड़ रुपए हो गया। 31 दिसंबर 2023 को समाप्त नौ महीनों के लिए, ऑपरेशन से कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 521.18 करोड़ रुपए और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 55.64 करोड़ रुपए रहा।
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