Stock Market Holidays: दिवाली पर्व मंगलवार (29 अक्टूबर) को धनतेरस के साथ शुरू हो रहा है, इस दौरान देशभर में दिवाली और भाई-दूज का त्योहार भी धूमधाम से मनाया जाएगा। धनतेरस के दिन कई शहरों में बैंकों की छुट्टी होती है। हालांकि, लोग असमंजस में हैं कि क्या मंगलवार को शेयर बाजार खुला रहेगा या बंद रहेगा?
दिवाली और नवंबर में शेयर बाजार के हॉलिडे?
- BSE और NSE की हालिया शेयर बाजार छुट्टियों की लिस्ट के मुताबिक, 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस पर शेयर बाजार खुला रहेगा और मंगलवार को इक्विटीज, इक्विटी डेरिवेटिव्स, एसएलबी, मुद्रा और कमोडिटी मार्केट में सामान्य रूप से ट्रेडिंग होगी। हालांकि, स्टॉक मार्केट लक्ष्मी पूजन 1 नवंबर (शुक्रवार) के दिन बंद रहेगा। हालांकि, शाम 6 से 7 बजे के बीच मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए बाजार ओपन होगा।
- अगले दिन 2 नवंबर (शनिवार) को दिवाली-बलिप्रतिपदा पर भी स्टॉक मार्केट में कामकाज नहीं होगा। फिर 3 नवंबर को रविवार का अवकाश रहेगा। ऐसे में शेयर बाजार में सामान्य कामकाज सोमवार (4 नवंबर) से ही शुरू होगा। इसी महीने 15 नवंबर (शुक्रवार) को प्रकाश पर्व गुरुनानक जयंती का भी अवकाश रहेगा।
धनतेरस का क्या है महत्व?
धनतेरस का दिन दिवाली के शुभ पर्व की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है, जब लोग धन्वंतरि की पूजा करते हैं। हिंदू ग्रंथों के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान धन्वंतरि अमृत कलश और आयुर्वेद का ग्रंथ लेकर प्रकट हुए थे। उन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है।
क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग?
मुहूर्त ट्रेडिंग दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के दौरान होती है, जो नई शुरुआत करने और निवेश के लिए शुभ समय माना जाता है। ट्रेडर्स का मानना है कि इस दौरान खरीदारी से समृद्धि और सौभाग्य आता है। दिवाली पर कई ट्रेडर्स नए खाते भी खोलते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग क्यों है खास?
- मुहूर्त ट्रेडिंग का खास महत्व है क्योंकि यह निवेशकों को इस शुभ दिन पर अपनी निवेश यात्रा शुरू करने का अवसर देती है। देवी लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है और मुहूर्त ट्रेडिंग को नए साल की शुरुआत के रूप में देखा जाता है।
- इस दिन कई निवेशक अपने पोर्टफोलियो में नए शेयर जोड़ने या पहले से मौजूद शेयरों में निवेश बढ़ाने को आदर्श अवसर मानते हैं। यह अनुभवी निवेशकों के लिए अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाने का एक सुनहरा अवसर है।
मुहूर्त ट्रेडिंग में क्या होता है?
दिवाली पर दोनों स्टॉक एक्सचेंज (NSE और BSE) लिमिटेड टाइम के लिए ट्रेडिंग की अनुमति देते हैं। यह सेशन कुछ हिस्सों में बंटा रहता है, जैसे-
1) ब्लॉक डील सेशन: इस सत्र में दो पार्टियां एक निश्चित कीमत पर सिक्योरिटी खरीदने या बेचने पर सहमति जताती हैं और इसकी सूचना स्टॉक एक्सचेंज को देती हैं।
2) प्री-ओपन सेशन: इस सत्र में स्टॉक एक्सचेंज संतुलन मूल्य निर्धारित करता है, जो आमतौर पर आठ मिनट का होता है।
3) नॉर्मल मार्केट सेशन: यह एक घंटे का सत्र होता है, जिसमें अधिकांश ट्रेडिंग होती है।
4) कॉल ऑक्शन सेशन: इसमें लो लिक्विडिटी वाले सिक्योरिटीज का ट्रेड होता है।
5) क्लोजिंग सेशन: क्लोजिंग सत्र में ट्रेडर्स या निवेशक बंद कीमत पर मार्केट ऑर्डर देते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग का समय सीमित होने के बावजूद, यह निवेशकों के लिए अपनी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी को मजबूत करने और शुभ अवसर पर शुरुआत करने का मौका देता है।