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Manjushree Khaitan Death: मंजूश्री खेतान का अंतिम संस्कार बिड़ला परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में किया गया। कुमार मंगलम बीके बिड़ला के पोते हैं, इस लिहाज से मंजूश्री कुमार मंगलम की बुआ थीं। 

Manjushree Khaitan Death: देश के मशहूर कारोबारी घराने बिड़ला परिवार की सदस्य मंजूश्री खेतान का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया, वे 69 साल की थीं। उन्होंने गुरुवार को कोलकाता के बिड़ला पार्क में अंतिम सांस ली। मंजूश्री खेतान उद्योगपति बसंत कुमार बिड़ला (BK Birla) की सबसे बड़े बेटी थीं। 2019 में बीके बिड़ला के निधन के बाद मंजूश्री को केसोराम इंडस्ट्रीज की चेयरपर्सन बनाया गया था। केसोराम इंडस्ट्रीज बीके बिड़ला समूह (BK Birla group) की प्रमुख कंपनी है, जो कि मुख्यत: सीमेंट इंडस्ट्री में काम करती है।   

एक साल से बंगले से कंपनी चला रही थीं मंजूश्री
मंजूश्री का अंतिम संस्कार उनके भतीजे कुमार मंगलम बिड़ला और परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में किया गया। कुमार मंगलम बीके बिड़ला के पोते हैं, इस लिहाज से मंजूश्री कुमार मंगलम की बुआ थीं। वह स्वास्थ्य कारणों के चलते पिछले करीब एक साल से वरिष्ठ अधिकारियों की मदद से गुरुसदय दत्ता रोड बंगले से कंपनी के जरूरी कामकाज संभाल रही थीं। 

बीके बिड़ला के निधन के बाद बनी थीं चेयरपर्सन
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बीके बिड़ला ग्रुप ने मंजूश्री खेतान के निधन की जानकारी दी। वह कुछ महीने से बढ़ती उम्र के कारण गंभीर बीमारियों से जूझ रही थीं। मंजूश्री को सबसे पहले अक्टूबर 1998 में केसोराम इंडस्ट्रीज के बोर्ड में शामिल हुई थीं। पिता बीके बिड़ला के निधन के बाद से उन्होंने केसोराम इंडस्ट्रीज के चेयरपर्सन की जिम्मेदारी संभाली थी। उद्योगपति बीके बिड़ला का निधन 2019 में हुआ था। 

बड़ा सवाल- अब किसे मिलेगी केसोराम की संपत्ति?

  • केसोराम इंडस्ट्रीज के लिए बसंत कुमार की उत्तराधिकार योजना 2013 में साफ हो गई थी, जब उन्होंने मंजूश्री खेतान को एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया था। जुलाई 2019 में उन्होंने अपने पिता की मौत के बाद गैर-कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका निभाई।
  • पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अभी मंजूश्री खेतान का कोई प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी नहीं है। इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि उनके निधन के बाद केसोराम की संपत्तियां किसे मिलेंगी। कंपनी के बिजनेस में सीमेंट बिजनेस का अहम रोल है। दक्षिण भारत में कोरोराम के दो सीमेंट प्लांट हैं और कंपनी का 94 फीसदी रेवेन्यू इसी सेक्टर से आता है। बता दें कि केसोराम इंडस्ट्रीज ने कुछ साल पहले सीमेंट बिजनेस अल्ट्राटेक सीमेंट को बेच दिया था। अल्ट्राटेक कुमार मंगलम बिड़ला की कंपनी है। 

शिक्षा और कला को बढ़ाने के लिए हमेशा आगे रहीं

  • मंजूश्री खेतान ने शिक्षा को लेकर कई बड़े काम किए। केसोराम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता जग जाहिर थी, वह शिक्षा और अशोक हॉल समूह के स्कूलों के लिए भावुक रहती थीं। उन्होंने कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई कार्य किए। मंजूश्री ने बिड़ला फाइन आर्ट एकेडमी के जरिए बड़ी संख्या में कलाकारों को सपोर्ट किया। 
  • केसोराम कंपनी के उनके सहयोगियों की मानें तो मंजूश्री ने असफलताओं के बावजूद कभी भी बदलाव के प्रयासों को नहीं छोड़ा। उन्होंने कंपनी बोर्ड में कई पुनर्गठन उपाय किए और कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए बड़ी पूंजी भी निवेश की थी।
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