Ola Cabs CEO Resigns: ओला कैब्स के सीईओ हेमंत बाक्शी ने राइड-हेलिंग फर्म में शामिल होने के महज एक साल के अंदर इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के मुताबिक, कहा जाता है कि बाक्शी ने पिछले सितंबर में भाविश अग्रवाल की लीडरशिप वाली कंपनी से जुड़ गए थे, हालांकि ओला कैब्स ने इसका आधिकारिक ऐलान जनवरी में किया था। द लाइव मिंट की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह दावे किए गए हैं। मिंट ने कंपनी के एक इंटरनल ईमेल के हवाले से बताया कि बाक्शी ने कंपनी के बाहर अन्य अवसरों का लाभ उठाने के लिए इस्तीफा देने का फैसला लिया है। हालांकि, बाक्शी ने कोई भी कमेंट करने से इनकार कर दिया।
'ले ऑफ़ कंपनी के रीस्ट्रक्चरिंग का हिस्सा'
बेंगलुरु स्थित इलेक्ट्रिक व्हीकल और राइड-हेलिंग फर्म आईपीओ की लॉन्चिंग से पहले कंपनी में कर्मचारियों की जिम्मेदारियों का इंटरनल असेस्मेंट कर रही है। स्टॉफ की रीस्ट्रक्चरिंग कैंपेन के हिस्से के तौर पर 10% कर्मचारियों को बाहर कर करने की योजना तैयार की गई है। इसे लेकर ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने सोमवार को कर्मचारियों को ईमेल के जरिए सूचित किया। उन्होंने ईमेल में कहा कि इस फैसले का मकसद कंपनी का मुनाफा बढ़ाना और फ्यूचर डेवलपमेंट के अगले चरण के लिए तैयारी होना है। मुझे ओला की मजबूत लीडरशिप टीम पर पूरा भरोसा है।
ओला का वैल्युएशन पहुंच सकता है 5 अरब रुपए तक
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ओला आईपीओ के लिए आवेदन करने से पहले लगातार 2 क्वार्टर में प्रॉफिट दिखाना चाहती है। इसीलिए ओला कैब्स 500 मिलियन डॉलर की पब्लिक मार्केट लिस्टिंग के पहले बाक्शी का इस्तीफा और अन्य स्टॉफ में कटौती जैसे फैसले ले रही है। बाजार लिस्टिंग के बाद ओला का वैल्युएशन 5 अरब रुपए तक पहुंच सकता है। अप्रैल में ओला ने न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में अपनी राइड-हेलिंग ऑपरेशन को बंद कर दिया था, ताकि वह भारत में अपनी इलेक्ट्रिक फ्लीट को एक्सपेंड करने पर ध्यान केंद्रित कर सके। ओला ने कहा है कि मोबिलिटी का भविष्य इलेक्ट्रिक है- न केवल व्यक्तिगत मोबिलिटी में, बल्कि राइड-हेलिंग कारोबार में भी और भारत में विस्तार के लिए बड़ा मौका है।