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Paytm Payments Bank Share Down: भारतीय रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को केवायसी नियमों का लगातार उल्लंघन करने और ट्रांसजैक्शन की जानकारी नहीं देने पर पेमेंट बैंक में नए डिपॉजिट पर रोक लगाई। इसके बाद Patym का शेयर टूटना शुरू हुआ।

Paytm Payments Bank Share Down: विजय शेयर शर्मा के पेटीएम पेमेंट बैंक के खिलाफ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के कड़े प्रतिबंधों का असर पेटीएम के शेयरों पर पड़ा है। पिछले तीन कारोबारी सत्रों में Paytm की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन के शेयर में जबरदस्त बिकवाली देखने को मिल रही है। ऐसे में पेटीएम में पैसा लगाने वाले निवेशक अब क्या करें? जानिए बाजार विशेषज्ञों अमिताभ मनिया जैन की राय...

कल्पतरु मल्टीप्लायर के मैनेजिंग डायरेक्टर अमिताभ का मानना है कि केंद्रीय बैंक के प्रतिबंधों का सामना कर रहा पेटीएम मुश्किल में है। शेयर ने लिस्टिंग के बाद निवेशकों को कोई बहुत बड़ा मुनाफा नहीं दिया। उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन अब स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में निवेशकों को जो स्थिति है, उसी में प्रॉफिट या लॉस लेकर पेटीएम से बाहर आ जाना चाहिए। पेटीएम शेयर लगातार लोअर सर्किट का सामना कर रहा है। फिर कंपनी की नई स्ट्रैटजी के हिसाब से निवेश की प्लानिंग करनी चाहिए। 

पेटीएम शेयर नवंबर 2022 के स्तर पर आया 
पिछले हफ्ते लगातार दो दिन टूटने के बाद पेटीएम के शेयर में सोमवार को स्टॉक मार्केट खुलते ही लोअर सर्किट लग गया। शेयर 10 फीसदी डाउन यानी करीब 48 रुपए के नुकसान के साथ 438.50 रु. पर आ गया। बता दें कि लिस्टिंग के बाद यह शेयर का रिकॉर्ड लो लेवल है। इससे पहले 22 नवंबर 2022 को भी शेयर इसी स्तर पर आकर खड़ा हो गया था। अब देखना है कि शेयर कहां तक गिरता है?

बैन के बाद करीब 46% टूट चुका है शेयर
आरबीआई के एक्शन के बाद पेटीएम के शेयर में 46 फीसदी की बड़ी गिरावट आ चुकी है। यह शेयर फिलहाल अपने 52 वीक के सर्वोच्च स्तर से 56 फीसदी और आईपीओ की लिस्टिंग प्राइज (2150 रुपए) से 80 फीसदी डाउन है। पेटीएम के आईपीओ में निवेशकों को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। जनवरी 2024 में पेटीएम का शेयर 20 फीसदी चढ़ा था। लेकिन बीते एक साल की बात करें तो इसमें 7 फीसदी की गिरावट आई है। 

रिजर्व बैंक ने क्यों पेटीएम पर लगाए प्रतिबंध? 
भारतीय रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को केवायसी नियमों का लगातार उल्लंघन करने और ट्रांसजैक्शन की जानकारी नहीं देने पर पेमेंट बैंक में नए डिपॉजिट पर रोक लगाई थी। इसके अलावा क्रेडिट ट्रांसजैक्शन, पेटीएम के ऑनलाइन वॉलेट और फास्टैग जैसी सर्विस के लिए भी रिचार्ज पर प्रतिबंध लगा है। एक मार्च से यह सभी सर्विस पूरी तरह से काम करना बंद कर देंगी।      

(शेयर बाजार में निवेश को लेकर सलाह देने वाले मार्केट एक्सपर्ट कल्पतरु मल्टीप्लायर लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं)

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