Personal Loan Prepayment: जब पैसों की अर्जेंट जरूरत होती है, तो लोग अक्सर पर्सनल लोन का सहारा लेते हैं। पर्सनल लोन एक अनसिक्योर्ड लोन होता है, जिसमें कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती। इसके लिए लोन प्राप्त करना आसान होता है और पेपरवर्क भी कम होता है। हालांकि, ब्याज दरों की वजह से पर्सनल लोन का भुगतान करना कठिन हो सकता है। ऐसे में, लोन को समय से पहले, अर्थात प्री-पेमेंट करना एक उत्तम विकल्प हो सकता है।

प्री-पेमेंट का मतलब क्या है?
पर्सनल लोन के प्री-पेमेंट का मतलब होता है कि आप लोन के बकाया राशि या एक हिस्से को समय से पहले चुका देते हैं। जब आप लोन को समय से पहले भुगतान करते हैं, तो बैंक फोरक्लोजर चार्ज के रूप में एक अतिरिक्त शुल्क वसूलता है।

प्री-पेमेंट चार्ज कितना होता है?
प्री-पेमेंट पर लगने वाला चार्ज लोन की शर्तों और लेंडर्स के आधार पर अलग-अलग होता है। ज्यादातर बैंक और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां लोन के प्री-पेमेंट पर लॉक-इन पीरियड रखते हैं, जिसके बाद आपको 2 से 5 फीसदी का प्री-पेमेंट चार्ज देना होता है।

ब्याज के पैसे की बचत
पर्सनल लोन को जल्दी चुका देने से ब्याज के पैसे में बचत होती है। जितनी जल्दी लोन चुका दिया जाता है, उतना ही कम ब्याज देना पड़ता है।

लोन प्री-पेमेंट के अन्य फायदे
लोन को समय से पहले चुकाने से आपका मासिक बजट सुधरता है। इस बचे हुए पैसे का इस्तेमाल आप अन्य आर्थिक लक्ष्यों के लिए कर सकते हैं। साथ ही, ऐसा करने से आपका क्रेडिट स्कोर भी सुधरता है, जो भविष्य में लोन के लिए अच्छे ब्याज दर पर प्राप्त करने में मदद करता है।