Personal Loan: महंगाई के इस दौर में अपनी पारिवारिक और व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए हर किसी को पैसों की जरूरत पड़ती है। ऐसे में पर्सनल लोन एक बेहतर विकल्प हो सकता है। पर्सनल लोन मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:- रेगुलर पर्सनल लोन और प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन। इन दोनों के बीच कुछ प्रमुख अंतर हैं। आइए समझते हैं कि प्री-अप्रूव्ड लोन कैसे काम करता है और इसके क्या फायदे हैं?
डॉक्यूमेंट्स की जरूरत नहीं
प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन के लिए ग्राहकों को बैंक में आवेदन करने या कोई दस्तावेज जमा करने की जरूरत नहीं होती है।
बैंक कैसे ऑफर करती है प्री-अप्रूव्ड लोन?
बैंक ग्राहक के एग्जिस्टिंग रिलेशनशिप (खाता, क्रेडिट स्कोर, या पहले से चल रहे लोन) के आधार पर यह लोन ऑफर करती है। जिन ग्राहकों का क्रेडिट स्कोर अच्छा होता है और जिनकी री-पेमेंट हिस्ट्री बेहतर होती है, उन्हें यह लोन प्राथमिकता से मिलता है। अगर ग्राहक का पहले से कोई लोन चल रहा है, तो उसे टॉप-अप लोन के रूप में भी प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर किया जा सकता है।
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रेगुलर पर्सनल लोन: ज्यादा टाइम टेकिंग
- रेगुलर पर्सनल लोन के लिए ग्राहक को बैंक या NBFC में आवेदन करना होता है और कई डॉक्यूमेंट जमा करने पड़ते हैं। जैसे- पहचान पत्र (Identity Proof), पता प्रमाण (Address Proof), बैंक स्टेटमेंट, आय का प्रमाण।
- इसके साथ ही बैंक लोन स्वीकृत करने से पहले ग्राहक की इनकम, कैश फ्लो, क्रेडिट स्कोर और री-पेमेंट कैपेसिटी की बारीकी से जांच होती है।
- ब्याज दर भी इन्हीं फैक्टर्स के आधार पर तय होती है। अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री और री-पेमेंट कैपेसिटी वाले ग्राहकों को कम ब्याज दर पर लोन मिलता है। हालांकि, यह प्रक्रिया प्री-अप्रूव्ड लोन की तुलना में अधिक समय लेती है।
प्री-अप्रूव्ड लोन के कई बेनिफिट
1) फास्ट प्रोसेसिंग: बैंक ग्राहक की फाइनेंशियल जानकारी पहले से जानती है। इस वजह से लोन तुरंत अप्रूव और डिसबर्स कर दिया जाता है।
2) नो डॉक्यूमेंटेशन: किसी भी नए दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होती है। बैंक पहले से मौजूद जानकारी के आधार पर लोन प्रोसेस करती है।
3) नो कोलेटरल (संपत्ति गिरवी रखने की जरूरत नहीं): यह एक अनसिक्योर्ड लोन है। यानी आपको किसी प्रकार की गारंटी या संपत्ति गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती है।
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क्या चुनें: रेगुलर पर्सनल लोन या प्री-अप्रूव्ड लोन?
- अगर आप फटाफट पैसे चाहते हैं और आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन एक सुविधाजनक विकल्प है। वहीं, अगर आप बेहतर ब्याज दर पर लोन चाहते हैं और समय आपके पास है, तो रेगुलर पर्सनल लोन सही हो सकता है।
- किसी भी लोन को लेने से पहले उसकी ब्याज दर, शर्तें और अन्य शुल्क की पूरी जानकारी लें। लोन लेने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपकी री-पेमेंट कैपेसिटी सही है, ताकि भविष्य में वित्तीय समस्या न हो।