CDMs Cash Deposit Via UPI: भारतीय रिजर्व बैंक ने यूपीआई के जरिए कैश डिपॉजिट को लेकर बड़ा फैसला लिया है। शुक्रवार को मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग के बाद आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि थर्ड पार्टी UPI ऐप को पेमेंट की मंजूरी दिए जाने की जानकारी दी। इसके साथ ही अब यूपीआई (UPI- Unified Payments Interface) के जरिए कैश डिपॉजिट मशीन (CDMs) में नगदी जमा की जा सकेगी। इन दोनों फैसलों को आरबीआई की ओर से हरी झंडी मिल चुकी है। नए वित्त वर्ष (FY 2024-25) में रिजर्व बैंक की पहली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक आज 5 अप्रैल 2024 को मुंबई में हुई।
अब CDMs में बिना कार्ड के जमा होगा कैश
मीटिंग को संबोधित करते हुए गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अभी तक सीडीएम (कैश डिपॉजिट मशीनों) से बैंक खातों में पैसे जमा किए जाते हैं। इस दौरान ग्राहकों को एटीएम कार्ड मशीन में डालना होता है। पिछले दिनों एटीएम में यूपीआई के जरिए कार्डलेस विड्राल के सकारात्मक अनुभव देखने को मिले हैं। ऐसे में हम यूपीआई से CDMs में रुपए जमा करने की शुरुआत कर रहे हैं। यह ग्राहकों की सुविधाएं बढ़ाने वाला कदम है। साथ ही बैंकों के लिए भी करंसी हैंडलिंग प्रोसेस की क्षमताओं को बढ़ाएगा।
आरबीआई के फैसले पर क्या है एक्सपर्ट्स की राय?
- यस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड और लीड एनालिस्ट शिवाजी थपलियाल ने कहा- यह फैसला पीपीआई वॉलेट को कुछ हद तक इंटर-ऑपरेलेबल बनाने और उस हद तक वॉलेट बाजार को लोकतांत्रिक बनाने का काम करेगा। इस पर ध्यान देना चाहिए कि वित्त वर्ष 2023 में Paytm वॉलेट का GMV 19.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जबकि मोबिक्विक (Mobikwik) 1.01 बिलियन अमेरिकी डॉलर GMV के साथ दूसरे नंबर पर था। आरबीआई के आदेश का अर्थ है कि पेटीएम वॉलेट बिजनेस प्रभावी रूप से बंद हो जाएगा।
- थपलियाल ने आगे कहा कि यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि थर्ड-पार्टी यूपीआई ऐप को लेकर क्या हालात बनेंगे। क्योंकि इसमें पेटीएम भी शामिल है, क्या यह अन्य पीपीआई वॉलेट तक पहुंच जाएगा। जमीनी स्तर पर मर्चेंट्स के लिए भी विज्ञापन और इसे यूज करने के लिए उत्साहित करना पड़ेगा।
RBI को 7% जीडीपी ग्रोथ का अनुमान, रेपो रेट स्थिर
आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए वास्तविक जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7% पर बनाए रखा है। Q1 FY25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी के टारगेट को पिछले 7.2% से समायोजित करके 7.1% कर दिया है, जबकि Q2 FY25 के लिए इसे 6.8% के पिछले पूर्वानुमान से संशोधित कर 6.9% किया गया है। इसके साथ ही आरबीआई ने 3 दिवसीय बैठक के बाद बेंचमार्क ब्याज दर (रेपो रेट) भी 6.5% पर बरकरार रखी। यह लगातार 7वां मौका है, जब रिजर्व बैंक ने इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। (पढ़े पूरी खबर...)