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Paytm Payments Bank: डिजिटल फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर की नामी कंपनी पेटीएम की मुश्किलें 29 फरवरी के बाद और बढ़ सकती हैं। नियमों के लगातार उल्लंघन को लेकर बैंक लाइसेंस कैंसिल हो सकता है।

RBI sanctions Paytm Q&A: भारत में डिजिटल फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर की दिग्गज कंपनी पेटीएम पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के एक्शन से ग्राहकों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट बैंक (Paytm Payments Bank) समेत सभी ऑनलाइन अकाउंट्स पर प्रतिबंधों का ऐलान होने के बाद पेटीएम ग्राहक कंफ्यूज हैं। ऐसे में वे अपने वॉलेट बैलेंस, फिक्स और सेविंग डिपॉजिट और पेटीएम यूपीआई ट्रांसजैक्शन को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं। यहां जानिए, पेटीएम पर प्रतिबंधों का क्या प्रभाव पड़ेगा। ग्राहकों के लिए कौन सी सर्विस मिलेगी और कौन सी बंद होंगी?

1) क्या है आरबीआई का प्रतिबंध? 
- आरबीआई ने बीते बुधवार को पेटीएम पेमेंट बैंक में नए ग्राहकों को जोड़ने और सभी डिजिटल अकाउंट्स में डिपॉजिट पर रोक लगाई है। 1 मार्च से पेटीएम ग्राहकों के अकाउंट्स में कोई डिपॉजिट/क्रेडिट/टॉपअप नहीं हो सकेगा। प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट, वॉलेट्स, FasTags, NCMC कार्ड में डिपॉजिट पर भी प्रतिबंध लागू होगा। हालांकि, ब्याज की रकम, कैशबैक और रिफंड के डिपॉजिट पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 

2) क्या अब पेमेंट बैंक में खाता खुलेगा या कर्ज मिल सकेगा?
- एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पेमेंट बैंक को अब डिपॉजिट लेने और लोन बांटने की अनुमति नहीं है। जब तक कि वे किसी मान्यता प्राप्त लेंडर (कर्ज बांटने वाले) के साथ पार्टनरशिप नहीं कर लेते हैं। इसके बाद डेबिट कार्ड जारी किए जा सकते हैं। लेकिन क्रेडिट कार्ड सिर्फ पार्टनर बैंक या एनबीएफसी के साथ मिलकर ही जारी कर पाएंगे।
- पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस को प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) लाइसेंस मिला हुआ है। मई 2017 में इसके पेटीएम पेमेंट बैंक में ट्रांसफर होने पर बैंकिंग सेवाएं शुरू की गई थीं। पेटीएम को अभी आरबीआई की ओर से पेमेंट एग्रीगेटर (PA) लाइसेंस नहीं मिला है। 

3) यूपीआई और FasTags पर क्या असर पड़ेगा? 
- आरबीआई के ताजा प्रतिबंधों का कंपनी के यूपीआई पेमेंट बिजनेस पर कोई खासा असर नहीं दिखेगा। इसकी ग्रास मर्चेंडाइस वैल्यू 70 फीसदी है। लेकिन हायर पेमेंट मार्जिन वाले वॉलेट्स और FasTags पर बैन का ज्यादा प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि ये दोनों सीधे पेमेंट बैंक खातों से जुड़े हुए हैं। जो कंपनी के कमाई पर असल डालेगा।     

4) अकाउंट और वॉलेट में जमा शेष का क्या होगा? 
- पेमेंट बैंक के सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, FasTags, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड्स (NCMC) में जमा राशि के इस्तेमाल पर कोई नहीं लगाई गई है। यानी ग्राहक इनमें उपलब्ध बैलेंस को यूज कर पाएंगे। इसके अलावा पाइपलाइन ट्रांजैक्शन के सेटलमेंट और नोडल अकाउंट्स (29 फरवरी 2024 से पहले का लेनदेन) 15 मार्च तक पूरे कर लिए जाएंगे। इसके बाद कोई ट्रांजैक्शन नहीं हो सकेगा।   

5) सीमित बैंकिंग सेवाएं पर आरबीआई के एक्शन का क्या असर पड़ेगा? 
- पेटीएम की बैंकिंग सर्विसेस जैसे- AEPS, IMPS जैसे फंड ट्रांसफर और BBPOU (Bharat BillPay Operating Units) की सेवाओं पर 29 फरवरी के बाद पूरी तरह से रोक रहेगी। पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पेटीएम पेमेंट सर्विस लिमिटेड के नोडल अकाउंट्स 29 फरवरी के बाद भी सस्पेंड रहेंगे।

Paytm पर तीसरी बार RBI का एक्शन 
- पेटीएम पेमेंट बैंक ने 2017 के संचालन शुरू किया।

पहली बार- आरबीआई ने 2018 में केवायसी प्रोसेस में झोल के कारण बैंक में नए ग्राहक जोड़ने पर प्रतिबंध लगाया। हालांकि, जनवरी 2019 में बैन वापस ले लिया। तब आरबीआई को पता चला था कि एक पैन नंबर से 1000 से ज्यादा खाते खोलने में इस्तेमाल हुआ। 
दूसरी बार- मार्च 2022 में आरबीआई के निरीक्षण में पेमेंट बैंक की शिकायत निवारण रिपोर्ट में खामियां मिलीं और कई तो झूठे क्लेम से जुड़ी हुई थीं। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले भी सामने आए। तब आईबीआई ने नए खाते खोलने और डिपॉजिट पर रोक लगाई थी।
तीसरी बार- 30 जनवरी 2024 को पेटीएम बैंक में रकम जमा करने या कंपनी के सभी ग्राहक अकाउंट्स में टॉपअप और प्रीपेड अकाउंट्स पर रोक लगाई। पेटीएम वॉलेट और फास्टैग सर्विस पर असर पड़ेगा। हालांकि, केंद्रीय बैंक का यह प्रतिबंध 1 मार्च 2024 से लागू होगा।

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