Regional Industry Conclave: अडाणी ग्रुप मध्य प्रदेश में 75,000 करोड़ का निवेश करेगा। जिससे राज्य में 11,000 से अधिक नए रोज़गार सृजित होंगे। यह ऐलान अडाणी एंटरप्राइजेस के डायरेक्टर प्रणव अदाणी ने शुक्रवार को उज्जैन में किया। वे मोहन यादव सरकार की ओर से आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में शामिल हुए। कॉन्क्लेव में देश-दुनिया के कई बड़े उद्योगपति शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के बाद प्रदेश में जबलपुर, रीवा और ग्वालियर में भी रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित की जाएंगी।
मध्य प्रदेश में 11 हजार रोजगार सृजित किए
प्रणव अडाणी ने कहा कि मुझे एमपी में ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर में विकास की नई संभावनाएं नजर आती हैं। हमारा ग्रुप प्रदेश में निवेश को लेकर उत्साहित है। यहां कई क्षेत्रों में हमारी मौजूदगी पहले से है। इसमें सड़क, सीमेंट और प्राकृतिक संसाधनों से लेकर थर्मल पावर, रिन्यूएबल एनर्जी और पावर ट्रांसमिशन शामिल हैं। अभी प्रदेश में हमारा इन्वेस्टमेंट करीब 18 हजार करोड़ रुपए है। अब तक प्रदेश के करीब 11 हजार लोगों को रोजगार दिया है।
अडाणी ग्रुप 75 हजार करोड़ का निवेश करेगा
उन्होंने कहा कि अडाणी समूह इन क्षेत्रों में निवेश जारी रखेगा। हम प्रदेश में निवेश को दोगुना से अधिक करेंगे। हम मध्यप्रदेश में करीब 75 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। 5 हजार करोड़ रुपए की लागत से उज्जैन से इंदौर होते हुए भोपाल तक महाकाल एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। समूह के कुल निवेश से प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में 15 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर बनेंगे।
इन क्षेत्रों में होगा अडाणी का निवेश
प्रणव अदाणी ने बताया कि हमारा समूह चोरगाडी में 40 लाख टन प्रति वर्ष की क्लिंकर यूनिट, देवास और भोपाल में 80 लाख टन प्रति वर्ष की क्षमता वाले दो सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित करेगें। अदाणी समूह खाद्य प्रसंस्करण, कृषि-रसद, लॉजिस्टिक्स और डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में विस्तार के लिए 600 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इसके अलावा ईंधन वितरण को लेकर 2 हजार 100 करोड़ रुपये से अधिक होगा। इस दौरान भिंड, बुरहानपुर, अनुपपुर, टीकमगढ़ और अलीराजपुर में शहरी गैस वितरण नेटवर्क मजबूत करेंगे।
दूसरे शहरों में भी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के बाद प्रदेश में जबलपुर, रीवा और ग्वालियर में भी रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित की जाएंगी। कॉन्क्लेव के दौरान ही औद्योगिक इकाईयों के लोकार्पण और भूमि पूजन भी किए जाएंगे। उन्होंने कॉन्क्लेव में आए निवेशकों से कहा कि उद्योग जगत से सभी को अनेक आशाएं है। भारत के करीब 140 करोड़ नागरिक भी राष्ट्र के विकास में अहम योगदान दे रहे हैं। इस दौरान 10 हजार 64 करोड़ रुपए लागत की 61 इकाइयों का सिंगल क्लिक से भूमि पूजन और लोकार्पण किया गया। नई औद्योगिक इकाइयों से 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।