पहला स्वदेशी 'हनुमान' AI मॉडल: मुकेश अंबानी के सहयोग से मार्च में होगा लॉन्च, ChatGPT की तरह 11 भाषाओं में मिलेगी सर्विस

BharatGPT AI Model 'Hanooman': भारतीय AI मॉडल 'हनुमान' को 8 आईआईटी, रिलायंस जियो इन्फोकॉम और केंद्र सरकार की मदद से तैयार किया जा रहा है। रिलायंस के 'जियो ब्रेन' पर भी हो रहा काम।;

Update: 2024-02-23 08:27 GMT
BharatGPT AI Model Hanooman
BharatGPT AI Model 'Hanooman'
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BharatGPT AI Model 'Hanooman': भारतजीपीटी ग्रुप (BharatGPT) स्वदेशी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस) सर्विस शुरू करने को तैयार है। चैट जीपीटी स्टाइल में काम करने वाली इस सर्विस को हनुमान (Hanooman) नाम दिया गया है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो हनुमान सर्विस अगले महीने मार्च में लॉन्च होगी। बता दें कि इस प्रोजेक्ट में BharatGPT को मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और टॉप इंजीनियरिंग स्कूलों का सपोर्ट मिला है। 

मुंबई में पेश हो चुका है हनुमान मॉडल
भारतीय AI मॉडल 8 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) की मदद से डेपलव किया जा रहा है। साथ ही इसे रिलायंस जियो इन्फोकॉम और केंद्र सरकार का भी पूरा सपोर्ट मिल रहा है। कंसोर्टियम (रिलायंस और आईआईटी) ने कुछ दिन पहले मुंबई में आयोजित एक टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में 'हनुमान मॉडल' (Artificial Intelligence) की झलक पेश की थी। इस दौरान 'हनुमान' ने एक मैकेनिक से तमिल में एआई बॉट के साथ बात की। एक बैंकर को हिंदी में टूल के साथ जानकारी दी और हैदराबाद स्थित एक डेवलपर को कंप्यूटर कोड लिखने के लिए टूल का इस्तेमाल करना बताया था।

IIT एक्सपर्ट्स बोले- ज्यादा यूजर फ्रेंडली होगा
'हनुमान AI मॉडल' स्वास्थ्य सेवाओं, सरकारी कार्यों, फाइनेंस और एजुकेशन सेक्टर में 11 स्थानीय भाषाओं में काम करेगा। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, आईआईटी बॉम्बे के कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रमुख गणेश रामकृष्णन ने बताया कि 'हनुमान' मॉडल पढ़ने के साथ-साथ जबाव देने की क्षमताओं पर काम करेगा। जिससे यूजर्स के लिए यह ज्यादा फ्रेंडली होगा।

रिलायंस ग्रुप 'जियो ब्रेन' पर भी काम कर रहा
बता दें कि लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स और अरबपति विनोद खोसला की फंडिंग से सर्वम और क्रुट्रिम जैसे कुछ अन्य स्टार्टअप भी भारत में ओपन-सोर्स एआई मॉडल पर काम कर रहे हैं। साथ ही रिलायंस जियो स्पेसिफिक यूज के लिए एक मॉडल तैयार करने की प्लानिंग कर रहा है। समूह पहले ही 'जियो ब्रेन' पर काम कर रहा है, जो करीब 450 मिलियन ग्राहकों के एआई यूज करने के लिए एक प्लेटफॉर्म देगा।

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