Reliance Power Ban: उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के शेयर शुक्रवार (8 नवंबर) को बाजार खुलते धड़ाम हो गए। रिलायंस पावर के शेयर BSE पर 5% गिरकर 41.47 रुपए पर पहुंच गए और इनमें लोअर सर्किट लग गया। दरअसल, इस गिरावट के वजह रही एक खबर, जिसमें सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने रिलायंस पावर और उसकी सहायक कंपनियों पर 3 साल के लिए टेंडर प्रोसेस में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध लगा दिया।
रिलायंस पावर पर सरकारी कंपनी ने लगाया बैन?
बता दें कि SECI ने इसी साल जून में एक टेंडर जारी किया था, जिसमें रिलायंस पावर और उसकी कंपनियों द्वारा कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज जमा करने का मामला सामने आया। SECI ने 1000 MW/2000 MWh बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) प्रोजेक्ट्स के लिए टेंडर निकाला था, जिसके तहत रिलायंस की कंपनियों ने जो दस्तावेज जमा किए थे, उनमें फर्जी बैंक गारंटी का इंडोर्समेंट पाया गया।
रिलायंस पावर समेत कंपनियों पर 6 नवंबर से बैन प्रभावी
SECI ने रिलायंस की इन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए टेंडर प्रोसेस में शामिल होने को लेकर पाबंदी लगाई है। रिलायंस पावर के खिलाफ यह प्रतिबंध 6 नवंबर 2024 से प्रभावी हो चुका है। SECI ने टेंडर प्रक्रिया रद्द कर दी है और रिलायंस पावर, उसकी सहायक कंपनियों और रिलायंस NU BESS लिमिटेड को 3 साल के लिए बैन कर दिया।
रिलायंस पावर ने कही थी 485 करोड़ रु. कर्ज चुकाने की बात
इससे पहले, रिलायंस पावर ने घोषणा की थी कि उसकी यूनिट रोजा पावर सप्लाई कंपनी ने सिंगापुर स्थित लेंडर वर्डे पार्टनर्स का 485 करोड़ रुपए का कर्ज चुका दिया है। इसके साथ ही रोजा पावर अब जीरो-डेट कंपनी बन गई है और उसने वर्डे पार्टनर्स का कुल 1318 करोड़ रुपए का कर्ज चुका दिया है।