Entrepreneurship: खुद का बिजनेस शुरू करने की इच्छा और कार्यक्षमता को संवेदनशीलता में बदलना एक आत्मनिर्भर और समृद्ध जीवन के लिए अहम पड़ाव है। लेकिन कई बार, आरंभिक पूंजी की कमी के कारण यह सपना अधूरा रह जाता है। अगर आपके पास सिर्फ 5000 रुपए के निवेश के लिए उपलब्धता है, तो आप इस खबर में आगे बताए गए बिजनेस आइडियाज को लेकर विचार कर सकते हैं, जिनसे आपको अच्छी कमाई के साथ स्वरोजगार और उद्यमिता के अवसर मिलने के पूरे चांस हैं।

1) पेपर बैग बनाने का बिजनेस (Paper Bag Making Business): 
सरकार द्वारा प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के बाद पेपर बैग बनाने का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। आप न्यूज़पेपर और पेपर से बने बैग बना सकते हैं और इन्हें बिक्री के लिए बाजार में पेश कर सकते हैं। प्रारंभिक निवेश कम होता है और इसकी प्रोडक्शन प्रोसेस भी काफी आसान होती है।

2) आयरन सर्विस बिजनेस (Iron Service Business): 
इस बिजनेस में आप लोगों के कपड़ों को आयरन करने की सेवाएं प्रदान कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक अच्छी क्षमता के साथ आयरन और वाशिंग मशीन की आवश्यकता होती है। यह एक सशक्त और लाभकारी बिजनेस हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपने व्यस्त लाइफस्टाइल के चलते टाइम की कमी से जूझ रहे हैं। 

3) ट्यूशन बिजनेस (Tuition Business): 
अगर आपके पास किसी विषय में अच्छा ज्ञान है, तो आप ट्यूशन बिजनेस शुरू कर सकते हैं। आप अपने घर पर ही या ऑनलाइन ट्यूशन सेंटर शुरू कर सकते हैं। यह एक सशक्त और लाभकारी व्यवसाय हो सकता है जो आपके ज्ञान का उपयोग करते हुए अन्यों को मदद करता है।

4) ब्लॉगिंग (Blogging): 
मौजूदा डिजिटल युग में ब्लॉगिंग एक मोटी कमाई वाला बिजनेस हो सकता है, जिसमें आप अपने विचार और अनुभव को लोगों के साथ साझा कर सकते हैं। आप अपने पसंदीदा विषय पर ब्लॉग बना सकते हैं और अपनी वेबसाइट के जरिए विज्ञापन और स्पॉन्सरशिप से अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।

5) कंसल्टेंट (Consultant):
आप अपने विशेषज्ञता के आधार पर किसी फील्ड में बतौर कंसल्टेंट काम कर सकते हैं। यह आपके अनुभव का उपयोग करके लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में मार्गदर्शन और सलाह प्रदान करने का एक अच्छा तरीका है। इसमें आपको पूरी आजादी के साथ कमाई का मौका मिलेगा।

इन विकल्पों के साथ आपको विशेष ध्यान देना चाहिए कि आपके पास किसी विषेश क्षेत्र में रुचि है और किस बिजनेस में आपकी क्षमताएं सर्वोत्तम रूप से संचित हैं। इसके साथ ही आपको अपने निवेश को मैनेज करने के लिए बजट और लाभ-हानि का भी ध्यान रखना होगा।