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Market Crash Factors: गुरुवार को सेंसेक्स 1,769 अंक टूटा और निफ्टी 2% की गिरावट के साथ क्लोज हुआ। यह पिछले दो महीनों में निफ्टी की सबसे बड़ी गिरावट है।

Market Crash Factors: भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार (3 अक्टूबर) को साल की चौथी सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। जहां स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। इस दौरान सेंसेक्स 1,769 अंक टूट गया और निफ्टी 2% की गिरावट के साथ क्लोज हुआ। यह पिछले दो महीनों में निफ्टी की सबसे बड़ी गिरावट भी है। दिनभर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में रहे, जिसमें रियल एस्टेट में 4.5% जबकि ऑटो, बैंक, मीडिया, कैपिटल गुड्स, और ऑयल एंड गैस इंडेक्स 2-3% तक लुढ़के। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 2% की गिरावट रही।

आइए, जानते हैं शेयर बाजार में इस गिरावट के 4 प्रमुख कारण...

1) ईरान-इजरायल संघर्ष
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष ने दुनियाभर के बाजारों में चिंता बढ़ा दी है। इजरायल ने पुष्टि की कि दक्षिणी लेबनान में जारी ग्राउंड ऑपरेशन में उसके 8 सैनिक मारे गए, जिनमें एक टीम कमांडर भी शामिल है। इसके अलावा ईरान द्वारा तेल अवीव पर मिसाइल हमलों से स्थिति और बिगड़ गई है, जिससे इज़रायल ने करारा जवाब देने की धमकी दी है।

2) क्रूड ऑयल के भाव में बढ़ोतरी
मध्य-पूर्व में तनाव के चलते कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, जिससे ऑयल आपूर्ति बाधित होने का खतरा है। ब्रेंट क्रूड की कीमत 75 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 72 डॉलर प्रति बैरल के पार हो गया। तेल की कीमतों में यह बढ़ोतरी भारत जैसे आयातक देशों के लिए नकारात्मक है, क्योंकि इसका आयात बिल पर बड़ा प्रभाव पड़ता है।

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3) सेबी के F&O नियमों में सख्ती
भारतीय बाजार नियामक सेबी ने हाल ही में फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट में कड़े नियम लागू किए हैं, जिसमें वीकली एक्सपायरी को लिमिटेड करना और कॉन्ट्रैक्ट साइज को बढ़ाना शामिल है। इससे खुदरा निवेशकों की ट्रेडिंग एक्टिविटीज पर असर पड़ा, जिससे बाजार में और गिरावट आई है।

4) चीन का असर
चीन के शेयर बाजार में सुधार के चलते भारतीय बाजार से रकम की निकासी तेज हो रही है। पिछले हफ्ते चीनी सरकार द्वारा घोषित आर्थिक प्रोत्साहन उपायों के बाद से चीनी शेयरों में उछाल आया है। SSE कंपोजिट इंडेक्स में 8% की ग्रोथ दर्ज की गई और पिछले वीक में 15% से अधिक का उछाल आया है, जिससे विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसा खींचने में लगे हैं। पिछले 2 दिनों में FIIs ने भारतीय बाजार से 15,370 करोड़ रुपए की बिकवाली की है।

एक ही दिन में 11 लाख करोड़ रुपए डूबे
इस भारी गिरावट से भारतीय बाजार में निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है। बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (MCap) 11 लाख करोड़ रुपए घटकर 464.3 लाख करोड़ रुपए रह गया।

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