Reliance Share: देश की सबसे बड़ी कंपनी में मुनाफावसूली, शेयर 3% से ज्यादा लुढ़का; रिलायंस ने 1 साल में दिया 27% रिटर्न

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Reliance Share: रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर आज 3.31 फीसदी टूटकर 2953.15 रुपए पर बंद हुआ। पिछले 5 दिनों में यह शेयर 0.83% टूट चुका है, जबकि महीनेभर में 2.02% गिरा है।

Reliance Share: देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में सोमवार (30 सितंबर) को बड़ी गिरावट देखी गई, जिससे भारतीय बाजार में भारी हलचल हुई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 3.31 फीसदी गिरकर 2,953.15 रुपए प्रति शेयर पर क्लोज हुए। पिछले एक महीने में RIL शेयर 2.02 फीसदी नीचे आया है। इस गिरावट के साथ BSE सेंसेक्स और Nify दोनों ही इंडेक्स दबाव में आ गए।

रिलायंस की गिरावट का बाजार पर असर
आज रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भारी गिरावट के कारण शेयर बाजार दिनभर लाल निशान में कारोबार करता रहा। Sensex करीब 1272 अंक या 1.50 फीसदी गिरकर 84,299 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 368.10 अंक या 1.41 फीसदी गिरकर 25,810.85 पर क्लोज हुआ। अगर मार्केट कैप के हिसाब से देखें तो रिलायंस भारत की सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका बाजार पूंजीकरण 19.31 लाख करोड़ रुपए है और इसकी गिरावट का असर पूरे बाजार पर पड़ा।

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आखिर क्यों मुंह के बल गिरे रिलायंस के शेयर?
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट की मुख्य वजह मुनाफावसूली मानी जा रही है। इसके शेयरों का 52 वीक उच्चतम स्तर 3,217.60 रुपए है, जबकि निचला स्तर 2,220.30 रुपए है। पिछले एक साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों ने 27.52% रिटर्न दिया है। मुनाफावसूली के चलते रिलायंस के शेयर 3% तक टूट गए, जिसका असर पूरे बाजार पर देखा गया।

बाकी हैवीवेट शेयरों में भी भारी गिरावट
रिलायंस के अलावा ICICI बैंक, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, HDFC बैंक, SBI और हीरो मोटोकॉर्प्स जैसे हैवीवेट शेयरों में भी 3% से ज्यादा गिरावट आई। इसके पीछे मुनाफावसूली यानी प्रॉफिट बुकिंग मुख्य वजह सामने आई है।

जापान का शेयर बाजार भी लुढ़का
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के संकेत ग्लोबल मार्केट्स से भी मिले। जापान के निक्केई में 4% तक की गिरावट आई। देश की राजनीतिक उथल-पुथल को इसकी वजह माना जा रहा है, जहां नए प्रधानमंत्री के तौर पर शिगेरू इशिबा को चुना गया है, जिन्होंने फुमियो किशिदा की जगह ली है।

(नोट- शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने विशेषज्ञों और वित्तीय जानकारों से परामर्श जरूर लें)

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